Sona Chandi Ka Bhav: भारत में सोने की कीमतें एक बार फिर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं. सोमवार 16 जून 2025 को देश के प्रमुख सर्राफा बाजारों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,01,600 रुपये तक पहुंच गया. ईरान-इजरायल युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में उत्पन्न हुई अस्थिरता से सोने के दामों में जबरदस्त तेजी देखी गई है. दो महीने बाद पहली बार गोल्ड ने एक बार फिर 1 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है.
अंतरराष्ट्रीय तनाव ने बढ़ाई सोने की चमक
हाल ही में ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजार को हिला दिया है. नतीजतन गोल्ड एक सुरक्षित निवेश विकल्प बन गया है और इसकी मांग तेजी से बढ़ी है. इस बढ़ी हुई मांग के कारण देश में सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं.
शहरों में कितना महंगा हुआ सोना
देश के प्रमुख शहरों में 16 जून को सोने के भाव इस प्रकार रहे:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
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दिल्ली | 93,200 | 1,01,660 |
मुंबई | 93,050 | 1,01,510 |
कोलकाता | 93,050 | 1,01,510 |
चेन्नई | 93,050 | 1,01,510 |
जयपुर | 93,200 | 1,01,660 |
लखनऊ | 93,200 | 1,01,660 |
नोएडा | 93,200 | 1,01,660 |
गाजियाबाद | 93,200 | 1,01,660 |
पटना | 93,050 | 1,01,510 |
बंगलुरु | 93,050 | 1,01,510 |
देशभर में 22 कैरेट सोना औसतन 93,000 रुपये के आसपास और 24 कैरेट सोना 1,01,500 से 1,01,660 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है.
चांदी की कीमत में भी आया उछाल
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी तेजी देखी गई है. सोमवार को चांदी 1,09,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. बीते शुक्रवार की तुलना में इसमें 1000 रुपये तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में खासकर दिवाली तक चांदी का भाव 1,20,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकता है. निवेशकों और व्यापारियों के लिए यह सतर्क रहने का समय है.
भारत में कैसे तय होते हैं सोने के भाव?
भारत में सोने की कीमतों का निर्धारण कई कारकों पर निर्भर करता है. इनमें प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मार्केट की चाल
- डॉलर-रुपया विनिमय दर
- सरकारी टैक्स और इंपोर्ट ड्यूटी
- स्थानीय मांग और आपूर्ति
भारत में सोना केवल निवेश नहीं, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है. विशेषकर शादी-ब्याह, धनतेरस और दिवाली जैसे मौकों पर इसकी मांग कई गुना बढ़ जाती है. इस बढ़ती मांग के चलते बाजार में दाम भी ऊपर चले जाते हैं.
क्यों तेजी से बढ़ रहे हैं सोने-चांदी के रेट?
- भूराजनीतिक तनाव: ईरान-इजरायल संघर्ष से दुनिया भर में निवेशकों ने गोल्ड और सिल्वर की तरफ रुख किया है.
- फेडरल रिजर्व की नीतियां: ब्याज दरों पर अनिश्चितता ने भी सोने को मजबूती दी है.
- रुपये की कमजोरी: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर पड़ने से सोना भारत में महंगा हो गया है.
निवेश का यह समय फायदेमंद या जोखिम भरा?
यदि आप सोने-चांदी में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो विशेषज्ञों की राय है कि यह समय कम मात्रा में खरीदारी करने का है. बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर है और इस स्थिति में स्मार्ट इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी अपनाना जरूरी है.
क्या अब भी खरीदना चाहिए सोना?
यदि आप त्योहार या शादी के लिए खरीदारी की सोच रहे हैं, तो आज के रेट को ध्यान में रखते हुए थोड़ा-थोड़ा करके खरीदना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है. लेकिन अगर आप निवेश के उद्देश्य से खरीद रहे हैं, तो विशेषज्ञों की सलाह है कि कुछ समय इंतजार करना बेहतर रहेगा.