Expressway Toll Price: लखनऊ और कानपुर के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। 63 किलोमीटर लंबा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे अब लगभग तैयार हो चुका है और 31 जुलाई तक इसके पूर्ण निर्माण का दावा किया जा रहा है। इस हाई-स्पीड कॉरिडोर के शुरू होते ही दो बड़े शहरों के बीच सफर और आसान हो जाएगा।
निर्माण कार्य 90% से ज्यादा पूरा
एक्सप्रेसवे के दो हिस्सों — 18 किलोमीटर एलिवेटेड सेक्शन और 45 किलोमीटर ग्रीनफील्ड सेक्शन में तेजी से काम हुआ है। एलिवेटेड हिस्से का 90% से अधिक और ग्रीनफील्ड का 95% कार्य पूरा कर लिया गया है। अब फिनिशिंग टच और ओवरब्रिज कनेक्टिविटी का काम जारी है।
जुलाई के अंत तक यातायात के लिए तैयार
NHAI और कार्यदायी संस्थाएं दावा कर रही हैं कि जुलाई के अंत तक पूरा एक्सप्रेसवे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। उन्नाव में अमरसस के पास रोड ओवर ब्रिज समेत सभी मुख्य संरचनात्मक निर्माण लगभग पूर्णता के करीब हैं।
तीन फ्लाईओवर और पांच टोल प्लाजा प्रस्तावित
एक्सप्रेसवे पर तीन फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। ताकि ट्रैफिक की आवाजाही निर्बाध रहे। इसके अलावा पांच टोल प्लाजा लगाने का प्रस्ताव है, जो स्लिप रोड पर स्थापित होंगे। ताकि एक ही टोल पर भुगतान कर आगे बढ़ा जा सके।
टोल पहले दिन से ही वसूला जाएगा
रेल जैसे इस आधुनिक सड़क मार्ग का लाभ उठाने वालों को पहले दिन से ही टोल चुकाना होगा। NHAI के मुताबिक यह टोल मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग से 25% ज्यादा होगा। इससे सरकारी राजस्व में तो वृद्धि होगी। लेकिन यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा।
टोल शुल्क में 25% तक की बढ़ोतरी
यदि आप कार या जीप से लखनऊ से कानपुर जाते हैं, तो जहां पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 100 रुपये का टोल देना होता था। अब एक्सप्रेसवे पर 125 रुपये देने होंगे। यही नहीं, ट्रक और बस चालकों के लिए टोल 413 रुपये तक पहुंच सकता है।
अलग-अलग वाहनों के लिए तय हुआ टोल
वाहन श्रेणियों के अनुसार संभावित टोल शुल्क इस प्रकार हो सकता है:
- कार, जीप, लाइट मोटर व्हीकल: ₹125–181
- मिनी बस, हल्के व्यावसायिक वाहन: ₹200–294
- टू एक्सल ट्रक/बस: ₹413–619
- थ्री एक्सल कमर्शियल व्हीकल: ₹450–675
- ओवरसाइज़्ड वाहन: ₹794–1187
सबसे ज्यादा टोल कहां वसूला जाएगा?
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में नवाबगंज टोल पर जो दरें लागू हैं, उनसे 25% अधिक दर जोड़कर टोल वसूला जाएगा। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि टोल की लागत क्षेत्र विशेष में भारी हो सकती है। खासकर ट्रक जैसे वाणिज्यिक वाहनों के लिए।
कहां-कहां होंगे टोल प्लाजा?
पूरे 63 किलोमीटर के लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर पांच प्रमुख टोल प्लाजा स्थापित किए जा रहे हैं:
- मीरनपुर पिनवट
- खंडेदेव
- बनी
- अमरसास (उन्नाव-लालगंज के पास)
- आज़ाद नगर
तेज़ यात्रा, लेकिन जेब पर असर तय
इस एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में कटौती होगी और ट्रैफिक से राहत मिलेगी, लेकिन महंगे टोल के चलते यात्रियों को पहले की तुलना में अधिक खर्च उठाना होगा। खासकर व्यापारिक वाहनों के लिए यह बदलाव भविष्य में मालभाड़ा दरों को प्रभावित कर सकता है।