UP New Expressway Project: उत्तर प्रदेश में रोड नेटवर्क के विस्तार की रफ्तार दिन-ब-दिन तेज होती जा रही है. हाल ही में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोलने के बाद अब प्रदेश को पांच और नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है. इन प्रोजेक्ट्स के पूरा होने से प्रदेश की कनेक्टिविटी, व्यापार और यात्रा अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है.
अब तक चालू हो चुके हैं ये एक्सप्रेसवे
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कई प्रमुख एक्सप्रेसवे चालू हैं. जिन पर लाखों वाहन हर दिन दौड़ रहे हैं. इनमें शामिल हैं:
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे
- यमुना एक्सप्रेसवे
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
- मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे
- गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
इन सभी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1300 किलोमीटर से अधिक है. इसके जरिए राज्य के विभिन्न हिस्सों को तेज और सुरक्षित यातायात सुविधा मिल रही है.
इन 5 एक्सप्रेसवे पर चल रहा है तेजी से काम
उत्तर प्रदेश सरकार की योजना के अनुसार, राज्य में 5 नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है. ये एक्सप्रेसवे न सिर्फ प्रमुख शहरों को जोड़ेंगे. बल्कि नए औद्योगिक क्षेत्रों और पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी भी बेहतर बनाएंगे. ये एक्सप्रेसवे हैं:
- चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे – 15.20 किलोमीटर
- लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे – 63 किलोमीटर
- बलिया लिंक एक्सप्रेसवे – 114 किलोमीटर
- दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे – 210 किलोमीटर
- गंगा एक्सप्रेसवे – 594 किलोमीटर
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे: बड़े शहरों को जोड़ेगा सुपरफास्ट रास्ता
63 किलोमीटर लंबा लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे अब लगभग तैयार हो चुका है. इसे इसी महीने के अंत तक चालू किए जाने की संभावना है. इस मार्ग के शुरू होते ही दोनों शहरों के बीच का सफर बहुत ही सहज, तेज और सुरक्षित हो जाएगा. यह मार्ग व्यवसायिक, शैक्षणिक और औद्योगिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
गंगा एक्सप्रेसवे सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट
गंगा एक्सप्रेसवे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जा रहा है. मेरठ से प्रयागराज तक फैला यह 594 किलोमीटर लंबा मार्ग उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. इसके निर्माण से पूर्वांचल और वेस्ट यूपी के बीच सुपरफास्ट रोड कनेक्टिविटी मिल जाएगी. जिससे पर्यटन, व्यापार और सामाजिक गतिविधियों में जबरदस्त तेजी आएगी.
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे
दिल्ली से सहारनपुर के बीच 210 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे अब अंतिम चरण में है. इसके निर्माण से वेस्ट यूपी के जिलों को दिल्ली से और उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से बेहतर संपर्क मिलेगा. यह एक्सप्रेसवे यातायात दबाव को कम करने और यात्रा समय को घटाने में मददगार साबित होगा.
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है. 15.175 किलोमीटर लंबा यह मार्ग 18 महीने में पूरा करने की योजना है. इस प्रोजेक्ट की लागत 514 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है और इसका कार्यभार उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के जिम्मे है.
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 114 किलोमीटर होगी. यह मार्ग पूर्वी उत्तर प्रदेश को मुख्यधारा की सड़कों से जोड़ेगा. बलिया जैसे सीमावर्ती जिलों को नई कनेक्टिविटी मिलने से व्यापार, कृषि और पर्यटन को लाभ होगा.
राज्य में बनेगा सड़कों का मजबूत जाल
इन सभी प्रोजेक्ट्स के पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क वाला राज्य बन जाएगा. इससे न केवल लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी, बल्कि राज्य में निवेश और रोजगार के अवसर भी तेजी से बढ़ेंगे.
मुख्यमंत्री की सोच और योजना का नतीजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश में अधोसंरचना क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास देखने को मिल रहा है. एक्सप्रेसवे निर्माण को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट है – तेज, सुरक्षित और किफायती यात्रा उपलब्ध कराना.