Haryana Ration Distribution: हरियाणा के सोनीपत जिले के हजारों बीपीएल परिवारों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है. मई माह में सरसों का तेल न मिलने की समस्या का अब समाधान हो गया है. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए प्रभावित परिवारों को 15 जून तक तेल वितरित करने का निर्णय लिया है. इसके लिए कैरिफारवर्ड सुविधा को सक्रिय कर दिया गया है.
12,000 से ज्यादा परिवारों को नहीं मिला था तेल
सोनीपत जिले में लगभग 2.80 लाख बीपीएल परिवार हैं. जिन्हें हर महीने राशन डिपो के माध्यम से जरूरी खाद्य सामग्री दी जाती है. इनमें प्रत्येक परिवार को दो लीटर सरसों का तेल भी मुहैया कराया जाता है. लेकिन मई 2025 में तकनीकी खामियों और वितरण व्यवस्था की गड़बड़ियों के चलते करीब 12,000 से अधिक परिवारों को यह तेल नहीं मिल पाया था.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के बाद विभाग हरकत में आया
इस महत्वपूर्ण मुद्दे को एक जून को दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट में प्रमुखता से उठाया गया था. इसके बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने तत्परता दिखाते हुए कैरिफारवर्ड योजना के तहत मई में वंचित रहे लाभार्थियों को जून में तेल उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की.
15 जून तक ले सकेंगे सरसों का तेल
अब जिन परिवारों को मई महीने में सरसों का तेल नहीं मिला. वे 15 जून 2025 तक अपने नजदीकी राशन डिपो से यह तेल ले सकते हैं. खाद्य आपूर्ति विभाग के अनुसार, सभी राशन डिपो को पर्याप्त मात्रा में सरसों का तेल भेजा जा रहा है. ताकि तेल वितरण में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो.
कैरिफारवर्ड सुविधा क्या है?
कैरिफारवर्ड विकल्प एक ऐसी व्यवस्था है. जिसके तहत पिछले महीने में वंचित रह गए लाभार्थियों को अगले महीने में भी राशन सामग्री प्राप्त करने की अनुमति दी जाती है. यह उन परिस्थितियों में लागू होता है. जब वितरण में तकनीकी या अन्य प्रशासनिक कारणों से पात्र लोगों को उनका हिस्सा नहीं मिल पाता.
ब्लॉकवार तेल न मिलने के आंकड़े (लीटर में)
- सोनीपत ब्लॉक – 13,924 लीटर
- राई ब्लॉक – 1,854 लीटर
- खरखौदा ब्लॉक – 8,914 लीटर
ये आंकड़े बताते हैं कि तीनों प्रमुख ब्लॉकों में वितरण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई थी, जिससे हजारों परिवार सरसों के तेल से वंचित रह गए.
जिले में कुल कितने राशन डिपो हैं?
सोनीपत जिले में कुल 471 राशन डिपो संचालित हैं. जिनके माध्यम से सभी बीपीएल कार्डधारकों को खाद्य सामग्री वितरित की जाती है. ये डिपो ही सरकार और आम नागरिकों के बीच सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के कार्यान्वयन की मुख्य कड़ी हैं.
विभाग ने दिया भरोसा – किसी को नहीं होगी परेशानी
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विंशल सहरावत ने जानकारी देते हुए कहा कि कैरिफारवर्ड सुविधा को सक्रिय कर दिया गया है, और अब मई में वंचित रहे परिवारों को 15 जून तक सरसों का तेल मिल जाएगा. विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी पात्र व्यक्ति को तेल प्राप्त करने में कोई दिक्कत न हो.
लाभार्थियों को क्या करना होगा?
जिन लाभार्थियों को मई में सरसों का तेल नहीं मिला था. वे अपने राशन कार्ड और आधार कार्ड के साथ नजदीकी राशन डिपो पर जाकर तेल प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें यह बताना होगा कि वे मई में वंचित रहे थे. जिसके रिकॉर्ड विभाग के पास मौजूद रहेंगे.
क्या इस सुविधा का भविष्य में भी उपयोग होगा?
यदि यह मॉडल सफल रहता है, तो राज्य सरकार कैरिफारवर्ड योजना को स्थायी सुविधा के रूप में लागू कर सकती है. जिससे किसी भी तकनीकी या लॉजिस्टिक बाधा के कारण कोई भी लाभार्थी सरकारी योजनाओं से वंचित न हो. यह मॉडल पारदर्शिता और जवाबदेही को भी बढ़ावा देगा.