Monsoon Alert: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अब उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि आगामी 6 से 7 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में मानसूनी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश में मूसलधार बारिश का रेड अलर्ट
लखनऊ मौसम केंद्र ने जानकारी दी है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस, मुरादाबाद, पीलीभीत, संभल और बदायूं जिलों में 1 और 2 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने और आंधी-तूफान की भी आशंका है। इसके बाद 3 जुलाई से 6 जुलाई तक प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने और बिजली गिरने से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
दिल्ली और उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी मॉनसून की सक्रियता के चलते मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। अगले तीन दिनों तक दिल्ली में गर्जन के साथ बारिश होने के आसार हैं और अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 6 डिग्री तक कम रह सकता है। वहीं उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 1 से 6 जुलाई के बीच खासतौर पर देहरादून, टिहरी और उत्तरकाशी जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भी तेज बारिश के कारण भूस्खलन और जलभराव की स्थिति बन सकती है।
हरियाणा, पंजाब, हिमाचल में भी बारिश का दौर
हरियाणा और पंजाब के उत्तरी इलाकों में भी तेज बारिश की संभावना जताई गई है। यह स्थिति फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है। लेकिन साथ ही निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। हिमाचल प्रदेश में भी मौसम विभाग ने मौसम बिगड़ने की चेतावनी जारी की है। खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मध्य प्रदेश में तेज बारिश, नदी-नालों में उफान
मध्य प्रदेश के विदिशा, ग्वालियर, हरदा और उज्जैन जिलों में पिछले 24 घंटों में भारी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी कई जिलों में बारिश की तीव्रता बनी रह सकती है। नदी-नालों के जलस्तर में वृद्धि के कारण स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
बिहार और झारखंड में भारी बारिश का पूर्वानुमान
बिहार के सीवान और औरंगाबाद जबकि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में 1 से 6 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इन राज्यों में बिजली गिरने, जलभराव और फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है। प्रशासन ने लोगों को घरों में रहने और बिजली के खंभों व पेड़ों से दूर रहने की सलाह दी है।
मछुआरों को समुद्री तूफान से सावधान रहने की चेतावनी
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में समुद्री तूफान और ऊंची लहरों की चेतावनी जारी की गई है। 30 जून से 5 जुलाई तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। इसके अलावा ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने की गतिविधियों को अस्थायी रूप से रोकने की सलाह दी गई है। IMD ने यह भी चेताया है कि इस दौरान समुद्र में जाना जानलेवा हो सकता है। मछुआरों और समुद्री गतिविधियों से जुड़े लोगों को मौसम अपडेट के लिए स्थानीय प्रशासन या रेडियो बुलेटिन्स के संपर्क में रहने की सलाह दी गई है।
किसानों और आम लोगों के लिए अलर्ट जरूरी
इस बार मानसून अपने सामान्य समय से कुछ देरी से सक्रिय हुआ है। लेकिन अब इसकी तेजी और रफ्तार खतरनाक रूप ले सकती है। मौसम विभाग ने किसानों को खेतों में अत्यधिक पानी भरने से बचाव की रणनीति अपनाने और फसल बचाव के उपाय करने की सलाह दी है। आम नागरिकों को भी खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा से बचने, खुले में न निकलने और स्थानीय चेतावनी का पालन करने की सख्त आवश्यकता है।