AC Buying Tips: गर्मियों ने दस्तक दे दी है और तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अगर आप भी एक नया एयर कंडीशनर (AC) खरीदने का सोच रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों को जानना आपके लिए फायदेमंद रहेगा. कई बार लोग बिना जानकारी के AC खरीद लेते हैं और बाद में कम कूलिंग ज्यादा बिजली बिल या खराब सर्विस जैसी परेशानियों से जूझते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि AC खरीदते वक्त किन जरूरी फीचर्स और तकनीकी बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको कोई पछतावा न हो.
स्टार रेटिंग से तय होता है बिजली बिल
AC खरीदते समय सबसे पहले उसकी BEE स्टार रेटिंग को जरूर चेक करें. यह रेटिंग यह बताती है कि वह AC कितनी बिजली की खपत करता है.
- अगर आप रोजाना 6 से 8 घंटे AC का इस्तेमाल करते हैं तो 5-स्टार रेटिंग वाला इन्वर्टर AC आपके लिए सबसे सही रहेगा.
- इससे न सिर्फ कूलिंग बेहतर मिलेगी बल्कि हर महीने आपके बिजली के बिल में भी बचत होगी.
ध्यान रखें कई बार दुकानदार डिस्काउंट का लालच देकर 3-स्टार AC बेचने की कोशिश करते हैं. लेकिन कम रेटिंग वाला AC लंबे समय में आपका खर्च बढ़ा सकता है.
AC का टन आपके कमरे के साइज पर निर्भर करता है
बहुत से लोग AC खरीदते वक्त यह नहीं देखते कि उन्हें कितने टन का AC लेना चाहिए. लेकिन यह एक बहुत जरूरी बात है.
- अगर आपका रूम 100 से 120 स्क्वायर फीट का है तो 1 टन का AC पर्याप्त होगा.
- अगर कमरे का आकार इससे बड़ा है तो 1.5 या 2 टन का AC लेना ज्यादा सही रहेगा.
कम टन का AC बड़े कमरे में सही कूलिंग नहीं कर पाएगा और बार-बार चलने की वजह से बिजली की खपत बढ़ा देगा.
Auto Clean और Self-Cleaning जैसे फीचर्स से मिलेगा ज्यादा आराम
आज के ज़माने के AC सिर्फ ठंडी हवा ही नहीं देते बल्कि खुद की साफ-सफाई का ध्यान भी रखते हैं.
- कुछ AC में Auto Clean या Self-Cleaning फीचर आता है जिससे आपको हर बार फिल्टर खोलकर साफ करने की जरूरत नहीं पड़ती.
- इसके अलावा कुछ मॉडल में Dust Filter और Virus Protection जैसे फीचर्स भी मिलते हैं जो हवा को और ज्यादा साफ रखते हैं.
इन फीचर्स से न सिर्फ मेंटेनेंस कम होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी फायदेमंद होते हैं.
इन्वर्टर AC बनाम नॉन-इन्वर्टर AC: कौन है बेहतर विकल्प?
मार्केट में आजकल दो तरह के AC उपलब्ध हैं – इन्वर्टर और नॉन-इन्वर्टर.
- इन्वर्टर AC की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि ये कमरे के तापमान को बनाए रखने के लिए कंप्रेसर की स्पीड को कंट्रोल करता है.
- यह लगातार चलकर कम बिजली खपत करता है और बिल में बचत करता है.
- वहीं नॉन-इन्वर्टर AC बार-बार चालू और बंद होता है जिससे ज्यादा बिजली खर्च होती है और शोर भी ज्यादा होता है.
हालांकि इन्वर्टर AC की कीमत थोड़ी ज्यादा होती है लेकिन लॉन्ग टर्म में यह सस्ता साबित होता है.
ब्रांड वारंटी और सर्विस नेटवर्क भी हैं अहम
AC खरीदते समय केवल फीचर्स नहीं बल्कि ब्रांड की विश्वसनीयता और सर्विस नेटवर्क को भी जरूर जांचें.
- हमेशा ऐसा ब्रांड चुनें जो अच्छी कस्टमर सर्विस देता हो और जिसके सर्विस सेंटर आपके शहर में मौजूद हों.
- साथ ही AC पर मिलने वाली वारंटी भी देख लें – खासकर कंप्रेसर और पीसीबी बोर्ड पर मिलने वाली वारंटी महत्वपूर्ण होती है.
एक अच्छा ब्रांड न सिर्फ अच्छा प्रोडक्ट देता है बल्कि बाद की परेशानी से भी बचाता है.
AC की इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस में न करें लापरवाही
AC खरीदने के बाद उसकी सही इंस्टॉलेशन भी उतनी ही जरूरी है. गलत इंस्टॉलेशन से AC की परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है.
- AC को सही ऊंचाई और दिशा में लगवाना चाहिए.
- AC की साल में कम से कम दो बार सर्विस करवानी चाहिए ताकि वह लंबे समय तक अच्छी कूलिंग दे सके.
स्मार्ट AC भी हो सकते हैं एक बढ़िया विकल्प
- आजकल मार्केट में Wi-Fi कनेक्टेड स्मार्ट AC भी आने लगे हैं जिन्हें आप मोबाइल से कंट्रोल कर सकते हैं.
- अगर आप तकनीक के शौकीन हैं तो ये AC आपके लिए फ्यूचर रेडी ऑप्शन हो सकते हैं.
- इसमें आप AC को ऑन/ऑफ करने के साथ-साथ टेम्परेचर टाइमर और मोड भी मोबाइल ऐप से सेट कर सकते हैं.