Car Tips And Tricks: जैसे ही गर्मी का मौसम शुरू होता है, लोग अपने घरों के साथ-साथ अपनी कारों में भी एसी (AC) चलाना शुरू कर देते हैं. तेज धूप, उमस और भीड़भाड़ वाले ट्रैफिक में जब गाड़ी में ठंडी हवा मिलती है, तो सफर आरामदायक बन जाता है. लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि जब आप कार में एसी चलाते हैं, तो आपकी गाड़ी की माइलेज (Mileage) कम हो जाती है? अगर हां तो यह कोई भ्रम नहीं बल्कि एक सच्चाई है. आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण और इससे जुड़ी जरूरी जानकारी जो हर वाहन चालक को पता होनी चाहिए.
AC चलाने से क्यों घटती है कार की माइलेज?
जब आप कार का एसी ऑन करते हैं, तो उसका कंप्रेसर (Compressor) काम करना शुरू करता है. यह कंप्रेसर कार के इंजन की पावर से चलता है.
- कंप्रेसर को घुमाने के लिए इंजन को अतिरिक्त ऊर्जा देनी पड़ती है.
- इस ऊर्जा की पूर्ति के लिए इंजन को ज्यादा फ्यूल (पेट्रोल/डीजल) जलाना पड़ता है.
- नतीजा ये होता है कि एसी के चलते इंजन पर अतिरिक्त लोड आता है और फ्यूल की खपत बढ़ जाती है.
इसका सीधा असर कार की माइलेज पर पड़ता है. मतलब, एक ही दूरी तय करने में आपकी गाड़ी ज्यादा ईंधन खर्च करती है.
कितनी माइलेज कम होती है एसी चलाने पर?
ये आंकड़ा कार के मॉडल, इंजन क्षमता और ड्राइविंग स्टाइल पर निर्भर करता है, लेकिन मोटे तौर पर:
- एसी ऑन करने से कार की माइलेज 5% से 10% तक घट सकती है.
- छोटी गाड़ियों में ये असर ज्यादा होता है क्योंकि उनके इंजन कम पावरफुल होते हैं.
- ट्रैफिक में या लो-स्पीड ड्राइविंग के दौरान एसी का असर माइलेज पर और भी ज्यादा महसूस होता है.
शहर की तुलना में हाईवे पर कम असर
अगर आप हाईवे पर चल रहे हैं, तो आपकी कार की गति स्थिर होती है और इंजन पर उतना लोड नहीं पड़ता. ऐसे में एसी का असर माइलेज पर कम होता है. वहीं शहरों में बार-बार रुकने और चलने की स्थिति (stop-and-go traffic) में इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और एसी से लोड और बढ़ जाता है.
कार का रखरखाव भी माइलेज पर असर डालता है
अगर आपकी कार की सर्विस समय पर नहीं होती है, तो माइलेज पर और बुरा असर पड़ सकता है.
- गंदे एयर फिल्टर, पुराने इंजन ऑयल, और कम टायर प्रेशर जैसी छोटी-छोटी बातें भी फ्यूल की खपत बढ़ा देती हैं.
- अगर एसी की गैस या कंप्रेसर में दिक्कत हो, तो यह इंजन से और ज्यादा पावर खींचता है.
इसलिए जरूरी है कि आप अपनी कार का नियमित रूप से रखरखाव कराएं, खासकर गर्मी के मौसम में.
माइलेज बचाने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय
एसी का समझदारी से इस्तेमाल करें
- जब गाड़ी स्टार्ट करें, तो कुछ मिनट बिना एसी के चलाएं और फिर ऑन करें.
- जब जरूरत न हो, तो एसी को बंद कर दें या ‘Econ’ मोड का इस्तेमाल करें.
गाड़ी की खिड़कियां बंद रखें
- खुली खिड़कियों से गर्म हवा आती रहती है, जिससे एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और माइलेज और गिरता है.
केबिन को पहले ठंडा करें, फिर तापमान सेट करें
- कार को पार्क करने के बाद जब दोबारा स्टार्ट करें, तो कुछ देर के लिए खिड़कियां खोलें ताकि गर्म हवा निकल जाए.
- फिर एसी चालू करें, इससे ठंडक जल्दी आएगी और फ्यूल कम लगेगा.
टायर प्रेशर सही रखें
- कम हवा वाले टायर से इंजन पर ज्यादा लोड आता है. इससे फ्यूल ज्यादा खर्च होता है.
रफ्तार में रखें स्थिरता
- बार-बार एक्सीलरेट करने से फ्यूल खपत बढ़ती है. एसी चलाते समय स्थिर रफ्तार माइलेज को बेहतर बनाए रखती है.
क्या EV (इलेक्ट्रिक वाहन) में भी एसी माइलेज घटाता है?
जी हां इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EV) में भी एसी का असर बैटरी की रेंज पर पड़ता है.
- एसी, हीटर, हेडलाइट्स जैसी सुविधाएं बैटरी से चलती हैं.
- एसी के इस्तेमाल से रेंज 10% तक घट सकती है.
- हालांकि नए EV में स्मार्ट एसी सिस्टम आते हैं जो ऊर्जा की खपत को बेहतर तरीके से कंट्रोल करते हैं.
एसी का सही इस्तेमाल
अगर आप थोड़ा सतर्क रहें और एसी का इस्तेमाल जरूरत के मुताबिक करें, तो गर्मी में भी आप आरामदायक सफर का आनंद ले सकते हैं, वो भी माइलेज की ज्यादा चिंता किए बिना. अक्सर छोटी-छोटी सावधानियां ही बड़ी बचत का कारण बनती हैं. फिर चाहे वो फ्यूल हो या पैसा.