पुरानी कार खरीदने से पहले भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना पछताना पड़ेगा Used Car Guide

Used Car Guide: पुरानी कार बेकार नहीं होती, बस उसकी कंडीशन और भरोसेमंद वारंटी होना जरूरी है. आज के समय में कई ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म्स हैं जो Used Cars की बिक्री वारंटी के साथ कर रहे हैं. इसके अलावा कई कार निर्माता कंपनियां भी अपनी पुरानी गाड़ियां प्रमाणित स्थिति में बेचती हैं.

लेकिन फिर भी जब भी कोई सेकंड हैंड कार खरीदने का विचार करता है, तो मन में कई सवाल उठते हैं – कहीं कार खराब तो नहीं? क्या इसमें बाद में कोई बड़ी दिक्कत निकल आएगी? क्या लाखों रुपये खर्च करने के बाद गाड़ी सफर के काबिल होगी?

टायर की एक्सपायरी ज़रूर जांचें

पुरानी कार दिखने में अच्छी हो सकती है. लेकिन सबसे पहले उसके टायर पर नजर डालें. हो सकता है टायर घिसे हुए हों या उनकी एक्सपायरी डेट करीब हो. हर टायर पर DOT कोड होता है. जिसमें लास्ट के चार अंकों से टायर की मैन्युफैक्चरिंग डेट पता चलती है.

यह भी पढ़े:
First Bank In India इस जगह खुला था भारत का पहला बैंक, भारतीय लोगों को जाने की नही थी परमिशन First Bank In India

उदाहरण: अगर कोड “2118” लिखा है, तो यह टायर 2018 के 21वें सप्ताह में बना था. अगर गाड़ी के टायर इसी साल या एक-दो साल के अंदर के हों, तो ठीक है. वरना टायर बदलने की जरूरत पड़ सकती है.

बोनट और बूट स्पेस से पता चलेगी एक्सीडेंट हिस्ट्री

गाड़ी का बोनट फ्रेम और बूट स्पेस जरूर चेक करें. यहां से पता चलता है कि कार की कोई एक्सीडेंट हिस्ट्री है या नहीं. अगर बोनट के नीचे वेल्डिंग, पेंट का पैचवर्क, या स्पेयर पार्ट का बदलाव दिखे, तो यह इस बात का संकेत है कि गाड़ी किसी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो चुकी है. एक्सीडेंटल कार से बचना ही समझदारी है. भले ही वो सस्ती क्यों न मिल रही हो.

OBD स्कैनर से जानिए कार की असली हालत

आजकल OBD स्कैनिंग तकनीक से गाड़ी की परफॉर्मेंस और तकनीकी स्थिति के बारे में पूरा डेटा मिल जाता है. आपको बस किसी PDI (Pre-Delivery Inspection) एजेंसी या मैकेनिक को बुलाना है.

यह भी पढ़े:
Water Tank Cooling Tips भयंकर गर्मी में भी नल से आएगा ठंडा पानी, घर पर रखी टंकी के साथ करे ये काम Water Tank Cooling Tips

OBD स्कैनर बताएगा –

  • कौन से एरर कोड हैं
  • बैटरी की स्थिति
  • एक्सीडेंट के बाद क्या बदलाव हुए
  • मॉड्यूल रिप्लेसमेंट हुआ या नहीं

यह स्कैनिंग ₹2000 से ₹2500 में हो जाती है और आपकी लाखों की खरीदारी को सुरक्षित बना सकती है.

सीट के नीचे गाद और बदबू – खतरे की घंटी

गाड़ी के सीट के नीचे गाद, जंग या चिपचिपी महक का मतलब है कि गाड़ी कभी बाढ़ में फंसी रही है. ऐसी स्थिति में गाड़ी का इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम खराब हो सकता है. जिससे सुरक्षा जोखिम बनता है. इसलिए ऐसी किसी भी कार से तुरंत दूरी बना लें.

यह भी पढ़े:
Haryana Metro Project अंबाला-चंडीगढ़ मेट्रो प्रोजेक्ट पर बड़ा अपडेट, डल चुकी है Metro Rail की नींव Haryana Metro Project

भरोसेमंद प्लेटफॉर्म और वारंटी ही हैं असली सुरक्षा

पुरानी कार लेने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि आप उसे किसी प्रामाणिक एजेंसी या डीलरशिप से खरीदें, जो वारंटी और रजिस्ट्रेशन चेक की सुविधा भी देती हो. इससे आपको न केवल कार की पूरी जानकारी मिलेगी. बल्कि भविष्य में मेंटेनेंस और सर्विस में भी सहूलियत होगी.

Leave a Comment

Whatsapp ग्रुप से जुड़े