School Summer Vacation 2025: उत्तर प्रदेश में गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच बेसिक शिक्षा विभाग ने बच्चों और शिक्षकों के लिए बड़ी राहत दी है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने प्रदेश के सभी परिषदीय व मान्यता प्राप्त स्कूलों में 20 मई 2025 से ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है. यह अवकाश पूरे 26 दिनों तक चलेगा और 15 जून तक सभी स्कूल बंद रहेंगे. 16 जून से स्कूल दोबारा खुलेंगे.
किन स्कूलों पर लागू होगा यह आदेश?
यह आदेश प्रयागराज स्थित यूपी बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी किया गया है. आदेश के तहत यह अवकाश सभी परिषदीय विद्यालयों, परिषद से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों और बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित शिक्षण संस्थानों पर लागू होगा. प्रदेश भर के लाखों छात्रों और शिक्षकों को इससे गर्मी से बड़ी राहत मिलेगी.
निजी स्कूलों ने पहले ही दी छुट्टी
जहां सरकारी स्कूलों में अवकाश की तारीख 20 मई तय की गई है. वहीं कई प्राइवेट स्कूलों ने 17 मई को ही छुट्टियों की घोषणा कर दी थी. कुछ स्कूलों ने तो अत्यधिक गर्मी को देखते हुए और पहले ही बच्चों को अवकाश दे दिया था. यह रुख दिखाता है कि गर्मी का प्रभाव कितना तीव्र है और स्कूल प्रबंधन छात्रों की सुरक्षा को लेकर कितने सजग हैं.
जून में केवल एक सार्वजनिक अवकाश घोषित
जून महीने में एकमात्र सार्वजनिक अवकाश 7 जून को रहेगा, जब ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जाएगी. इस दिन सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल और कॉलेज सभी बंद रहेंगे. यह अवकाश न केवल शिक्षा विभाग की छुट्टियों में शामिल है बल्कि बैंक यूनियनों और जिला प्रशासन ने भी इसे अधिकृत सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.
गर्मी का कहर बना छुट्टियों का मुख्य कारण
उत्तर प्रदेश में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. राजधानी लखनऊ से लेकर बुंदेलखंड जैसे इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है. लू के थपेड़े और धूप की तीव्रता बच्चों की सेहत के लिए खतरा बन चुकी है.
मौसम विभाग की चेतावनी भी स्थिति की गंभीरता को दर्शाती है – आने वाले दिनों में लू और तेज होगी. वहीं कुछ जिलों में तेज आंधी, बारिश और तूफान की आशंका जताई गई है. इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए गर्मी की छुट्टियों की घोषणा जरूरी समझी गई.
छात्र और अभिभावक क्या करें इस दौरान?
- ग्रीष्मकालीन अवकाश सिर्फ आराम का समय नहीं. बल्कि रचनात्मक विकास और पढ़ाई की पुनरावृत्ति का अवसर भी है.
- साथ ही, होमवर्क या रिपीटेशन वर्क के जरिए पढ़ाई से जुड़े रहना भी जरूरी है. ताकि नई कक्षा में पढ़ाई का दबाव महसूस न हो
- अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को तेज धूप में बाहर भेजने से बचाएं
- घर में ठंडी और सुरक्षित गतिविधियों को प्रोत्साहित करें
- बच्चों को हल्का भोजन, पर्याप्त पानी और हाइड्रेशन का ध्यान रखने की सलाह दें