Fruit Wine Industry: उत्तर प्रदेश में पहली बार वायनरी उद्योग की शुरुआत हो गई है. रविवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र के जल्लाबाद गांव में स्थित एम्ब्रोसिया नेचर लिविंग एलएलपी वायनरी यूनिट का उद्घाटन किया. इस वायनरी की स्थापना से न केवल कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार भी खुलेंगे.
मुख्य सचिव ने किया वायनरी का उद्घाटन
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा कि यह योजना प्रदेश के कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकती है. इस परियोजना के तहत स्थानीय फलों से वाइन का निर्माण किया जाएगा. जिससे न केवल किसानों को अपने उत्पादों के लिए नया बाजार मिलेगा. बल्कि राज्य की क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी.
प्रदेश सरकार की बड़ी घोषणा
मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश सरकार ने स्थानीय फलों से निर्मित फ्रूट वाइन पर आगामी पांच वर्षों तक एक्साइज ड्यूटी में पूर्ण छूट देने का फैसला किया है. इस निर्णय से वायनरी उद्योग को आर्थिक बल मिलेगा और किसानों की आय बढ़ाने में सहायता मिलेगी. साथ ही, यह निर्णय स्थानीय उद्यमियों को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
फलों से बनेगी वाइन
एम्ब्रोसिया वायनरी में स्थानीय फलों जैसे आम, जामुन, आंवला, बेर आदि से फ्रूट वाइन का उत्पादन किया जाएगा. यह न केवल उत्पादन की एक नई दिशा है. बल्कि इससे किसानों को उनके फल उचित मूल्य पर बेचने का अवसर मिलेगा. जिससे उनकी आय में सीधा इजाफा होगा.
कुंवर माधवेंद्र देव सिंह की पहल से साकार हुआ सपना
इस वायनरी की स्थापना के पीछे स्थानीय उद्यमी कुंवर माधवेंद्र देव सिंह का सपना और समर्पण है. वे स्वयं समारोह में उपस्थित रहे और उन्होंने परियोजना की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह वायनरी पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का उपयोग करती है और इसके संचालन में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है.
वायनरी यूनिट में आधुनिक तकनीकों का उपयोग
मुख्य सचिव ने वायनरी यूनिट का निरीक्षण भी किया, जहां उन्हें प्रशासनिक भवन, उत्पादन संयंत्र और कच्चे माल की प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि यूनिट में पर्याप्त तकनीकी दक्षता और नवाचार का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे यह एक मॉडल प्रोजेक्ट बन सकता है.
युवाओं के लिए रोजगार और स्किल डेवलपमेंट का नया मंच
इस परियोजना से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. वायनरी में तकनीकी, उत्पादन, पैकेजिंग, प्रशासनिक और विपणन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता होगी. इसके लिए भविष्य में प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जा सकते हैं. जिससे युवाओं को कौशल विकास का मंच मिलेगा.
फल उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा
उत्तर प्रदेश विशेष रूप से आम और जामुन जैसे फलों के लिए प्रसिद्ध है. लेकिन अब तक इन फलों के प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन की दिशा में पर्याप्त काम नहीं हुआ था. इस वायनरी के माध्यम से अब इन फलों का आधुनिक ढंग से उपयोग किया जाएगा. जिससे राज्य में फल उत्पादन को नई पहचान मिलेगी.
क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
यह वायनरी न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राज्य स्तर पर भी अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगी. किसान, श्रमिक, ट्रांसपोर्टर्स, मार्केटिंग एजेंसियां और खुदरा व्यापारी सभी इस प्रक्रिया का हिस्सा होंगे. इससे पूरे ग्रामीण क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को गति मिलेगी.