Avoid E-Challan Tips: भारत में हर साल हजारों सड़क हादसे लापरवाही के कारण होते हैं. जिनमें सबसे बड़ा कारण ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है. कहीं पास में जाना हो या जल्दी पहुंचना हो – लोग अक्सर हेलमेट, सीट बेल्ट या स्पीड लिमिट जैसे नियमों को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन अब ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा CCTV कैमरे चालान काटने में सक्रिय हो चुके हैं. एक गलती और सीधा आपके मोबाइल पर चालान का मैसेज आ सकता है.
‘पास में ही जाना है’ सोचकर हेलमेट न पहनना पड़ सकता है भारी
कई दोपहिया चालक यह सोचते हैं कि पास में ही जाना है, तो हेलमेट लगाने की जरूरत नहीं. लेकिन अब यह सोच पुरानी हो चुकी है. क्योंकि हर मोड़, हर सड़क और हर सिग्नल पर CCTV कैमरे आपकी हर हरकत रिकॉर्ड कर रहे हैं. यदि आपने हेलमेट नहीं लगाया या ट्रिपलिंग की, तो सीधा चालान कट जाएगा. चाहे सामने ट्रैफिक पुलिस हो या नहीं.
ड्राइविंग के दौरान मोबाइल इस्तेमाल एक गंभीर गलती
गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग दुर्घटनाओं का बड़ा कारण बन चुका है. कुछ लोग कॉल करने तक सीमित नहीं रहते. बल्कि रील्स स्क्रॉल करने तक पहुंच जाते हैं. यह न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है. बल्कि आपकी और दूसरों की जान के लिए भी खतरनाक है. मोबाइल हाथ से दूर रखकर ही वाहन चलाएं.
ओवर स्पीडिंग से नहीं बचेगा कोई
‘सड़क खाली है तो रफ्तार बढ़ा लो’ जैसी सोच अब चालान के रूप में भारी पड़ सकती है. रिहायशी इलाकों, स्कूल-कॉलेज के पास और व्यस्त बाजारों में स्पीड लिमिट का उल्लंघन करना गंभीर अपराध है. CCTV कैमरे स्पीड डिटेक्शन में भी सक्षम हैं और ट्रैफिक पुलिस आपकी गाड़ी की पहचान कर सीधा चालान भेज सकती है.
डॉक्यूमेंट्स पूरे रखें, नहीं तो चालान तय है
गाड़ी चलाते समय वाहन के सभी जरूरी कागजात साथ रखें. आरसी (RC), ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC). अगर आपको फिजिकल डॉक्यूमेंट रखने में परेशानी है, तो ‘mParivahan’ ऐप का इस्तेमाल करें और अपने सभी दस्तावेज डिजिटल रूप में सुरक्षित रखें. कागजों की कमी पर ट्रैफिक पुलिस चालान काट सकती है.
‘नो पार्किंग’ में वाहन खड़ा किया तो जुर्माना तय
कई लोग ‘सिर्फ दो मिनट’ सोचकर ‘नो पार्किंग’ ज़ोन में गाड़ी खड़ी कर देते हैं. लेकिन इस दो मिनट में भी ट्रैफिक पुलिस की क्रेन आपकी गाड़ी उठाकर ले जा सकती है. पेनाल्टी भरनी पड़ेगी और समय भी बर्बाद होगा. इसलिए हमेशा मान्य पार्किंग जोन में ही गाड़ी पार्क करें.
सीट बेल्ट बांधना सिर्फ नियम नहीं, सुरक्षा का ज़रिया है
चारपहिया वाहन में सफर के दौरान सीट बेल्ट पहनना आपकी और यात्रियों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य है. कुछ लोग केवल ड्राइवर को सीट बेल्ट पहनने की जरूरत समझते हैं. जबकि पीछे बैठे यात्रियों को भी यह नियम लागू होता है. इसके उल्लंघन पर भी भारी जुर्माना लगाया जाता है.
चालान से नहीं, हादसे से बचना है तो नियमों का पालन करें
आज ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा तकनीक चालान काटने में माहिर हो गई है. ऐसे में बहानेबाज़ी से बचें और नियमों का पालन करें. हेलमेट पहनना, डॉक्यूमेंट साथ रखना, मोबाइल से दूरी बनाना और स्पीड लिमिट का ध्यान रखना आपकी जिंदगी और पैसे दोनों बचा सकता है.