Electricity Bill: गर्मी का मौसम आते ही बिजली के बिल में जबरदस्त उछाल देखने को मिलता है. एसी, कूलर, पंखा और गीजर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का लगातार उपयोग होने से बिजली की खपत बढ़ना स्वाभाविक है. ऐसे में हर घर में लोग कुछ न कुछ उपाय करने लगते हैं जैसे कमरे को बंद करके एसी चलाना, कम समय तक गीजर इस्तेमाल करना या बिना जरूरत के लाइट्स बंद करना. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसी बहुत सी छोटी-छोटी आदतें होती हैं, जो आपके बिजली बिल में चुपचाप बड़ा इजाफा कर देती हैं— और उनमें से एक है चार्जर को स्विच ऑन करके छोड़ देना.
चार्जर को लगे रहने देना बन सकता है बिजली बिल बढ़ने की छुपी वजह
कई लोग जब अपना फोन चार्ज कर लेते हैं, तब भी चार्जर को स्विच बोर्ड में लगा छोड़ देते हैं, सोचते हैं कि अब फोन चार्ज नहीं हो रहा तो बिजली भी नहीं लग रही. लेकिन ये सोच गलत है. जब आप चार्जर को बोर्ड में स्विच ऑन करके छोड़ देते हैं. तब भी वह थोड़ा-थोड़ा कर के बिजली की खपत करता रहता है. चाहे उसमें कोई डिवाइस जुड़ा हो या नहीं. इसे तकनीकी भाषा में ‘फैंटम लोड’ या ‘स्टैंडबाय पावर’ कहा जाता है. यानी डिवाइस ऑफ है या इस्तेमाल में नहीं है. फिर भी वह बिजली खा रहा है.
फास्ट चार्जर से बढ़ सकती है बिजली की खपत
आजकल हर कोई चाहता है कि उसका स्मार्टफोन मिनटों में फुल चार्ज हो जाए. इसी कारण बाजार में फास्ट चार्जिंग सपोर्ट वाले चार्जर की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये फास्ट चार्जर सामान्य चार्जर की तुलना में ज्यादा बिजली खपत करते हैं? और जब आप इन्हें इस्तेमाल के बाद भी प्लग इन रखकर स्विच ऑन कर देते हैं, तो ये बिना किसी उपयोग के भी बिजली चूसते रहते हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार अगर आप पूरे महीने सिर्फ चार्जर को ऐसे ही प्लग में लगाए रखते हैं, तो यह 0.1 से 0.4 यूनिट प्रति दिन बिजली खपत कर सकता है. इसका सीधा असर आपके मासिक बिजली बिल पर दिखाई देगा.
क्या है ‘फैंटम पावर’ या ‘आइडल लोड’?
जब कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे मोबाइल चार्जर, टीवी, माइक्रोवेव या कंप्यूटर का अडॉप्टर स्विच ऑन अवस्था में जुड़ा तो होता है. लेकिन उपयोग में नहीं होता, तब भी वह थोड़ी मात्रा में बिजली खपत करता है. इसी प्रक्रिया को ‘फैंटम पावर’ या ‘आइडल लोड’ कहा जाता है.
बिजली विशेषज्ञों के अनुसार, घर में 10 से 15 ऐसे उपकरण अगर स्विच ऑन कनेक्टेड रहते हैं. तो हर महीने 50 से 100 यूनिट तक अतिरिक्त बिजली की खपत हो सकती है. यानी 500 से 1,200 रुपये तक का अनावश्यक बिल!
सिर्फ चार्जर ही नहीं, ये डिवाइसेस भी करते हैं फैंटम लोड की खपत
- टीवी सेट-टॉप बॉक्स: ऑन नहीं होने पर भी बिजली लेता है
- माइक्रोवेव ओवन: टाइमर डिस्प्ले या स्टैंडबाय मोड में बिजली लेता है
- डेस्कटॉप कंप्यूटर और मॉनिटर
- लैपटॉप अडॉप्टर और मोबाइल चार्जर
- वॉशिंग मशीन और डिशवॉशर के कंट्रोल पैनल
इन सभी डिवाइसेस को अगर आप इस्तेमाल के बाद स्विच ऑफ या अनप्लग नहीं करते, तो वे लगातार बिजली की छोटी-छोटी मात्राएं खपत करते रहते हैं जो बिल बनकर बड़ा झटका देती हैं.
क्या करें ताकि बिजली की बर्बादी रुके?
- चार्जर को इस्तेमाल के बाद तुरंत प्लग से निकालें
- ऐसे उपकरणों को मल्टीप्लग से जोड़ें और उपयोग के बाद मल्टीप्लग बंद करें
- पावर स्ट्रिप्स का उपयोग करें ताकि सभी उपकरण एक बटन से बंद किए जा सकें
- रात में सोने से पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बंद करें या अनप्लग करें
- टाइमर या स्मार्ट प्लग का उपयोग करें जिससे चार्जिंग तय समय के बाद खुद बंद हो जाए
एक छोटी आदत से हर महीने बच सकते हैं सैकड़ों रुपये
अगर आप सिर्फ चार्जर, टीवी और अन्य स्टैंडबाय डिवाइसेस को बंद करना शुरू कर दें, तो हर महीने 5–10 यूनिट बिजली की बचत संभव है. यानी साल भर में आप ₹1,000 से ₹2,000 तक की बचत कर सकते हैं. वो भी बिना किसी बड़ी परेशानी के.