Atal Pension Yojana: भारत सरकार द्वारा शुरू की गई अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) में उत्तर प्रदेश ने देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है. प्रदेश में अब तक 1.20 करोड़ से ज्यादा लोग इस योजना के तहत नामांकन करवा चुके हैं. हाल ही में एक विशेष अभियान के दौरान उत्तर प्रदेश ने 15.83 लाख के लक्ष्य के मुकाबले 21.49 लाख नामांकन कर शानदार उपलब्धि हासिल की है.
शानदार प्रदर्शन के लिए यूपी को मिला सम्मान
उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (SLBC) को ‘अवार्ड ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ से सम्मानित किया गया है. इस सम्मान से यह स्पष्ट होता है कि राज्य ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाने में बेहतरीन काम किया है.
अटल पेंशन योजना क्या है?
अटल पेंशन योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजना है. जिसकी शुरुआत 2015 में की गई थी. इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 18 से 40 वर्ष के भारतीय नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की पेंशन मिलती है. यह पेंशन राशि तय योगदान पर आधारित है.
कैसे करना होता है अटल पेंशन योजना में निवेश
योजना में शामिल होने के लिए लाभार्थियों को मासिक, त्रैमासिक या अर्धवार्षिक आधार पर एक छोटी राशि अपने बैंक खाते से स्वचालित रूप से जमा करनी होती है. अटल पेंशन योजना को प्रदेश में आठ लीड बैंकों सहित कुल 60 स्टेकहोल्डर्स के माध्यम से संचालित किया जा रहा है.
सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल से बढ़ा नामांकन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल पेंशन योजना को जन-जन तक पहुँचाने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया. इस प्रयास का नतीजा है कि प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, फतेहपुर और कानपुर जैसे जिलों में सबसे ज्यादा लोगों ने इस योजना में नामांकन कराया है. मुख्यमंत्री की यह पहल असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों और छोटे कर्मचारियों के लिए एक वरदान साबित हो रही है.
असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए जीवन भर की सुरक्षा
अटल पेंशन योजना खासकर उन लोगों के लिए है जो असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं और जिनके पास रिटायरमेंट के बाद आय का कोई स्थायी साधन नहीं होता. इस योजना के माध्यम से सरकार ने लाखों लोगों को बुढ़ापे में वित्तीय सुरक्षा देने का मजबूत प्रयास किया है.