Indian Railways: भारतीय रेलवे देश की सबसे बड़ी और व्यस्त परिवहन व्यवस्था है, जो हर दिन लाखों यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाती है. लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि ट्रेन का टिकट लेने के साथ ही यात्री को कई मुफ्त सुविधाएं और अधिकार भी मिलते हैं. ये सुविधाएं यात्रियों की यात्रा को आरामदायक, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए दी जाती हैं. आज हम आपको उन रेलवे सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे जिनका लाभ आप बिना कोई अतिरिक्त पैसा दिए ले सकते हैं.
एसी कोच यात्रियों के लिए मुफ्त बेडरोल
अगर आप AC1, AC2 या AC3 कोच में सफर कर रहे हैं, तो आपको रेलवे की तरफ से एक कंबल, तकिया, दो बेडशीट और एक तौलिया बिल्कुल मुफ्त दिया जाता है. हालांकि गरीब रथ एक्सप्रेस जैसी कुछ ट्रेनों में इसके लिए यात्रियों को ₹25 शुल्क देना होता है. यदि आप किसी सामान्य ट्रेन में AC डिब्बे में यात्रा कर रहे हैं और आपको बेडरोल नहीं दिया गया है, तो आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं और रिफंड का दावा भी कर सकते हैं. कुछ ट्रेनों में अब स्लीपर क्लास के यात्रियों को भी मामूली शुल्क पर बेडरोल मुहैया कराया जा रहा है, जो यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है.
बीमार होने पर मिलती है मुफ्त प्राथमिक चिकित्सा
ट्रेन में यात्रा करते समय अगर कोई यात्री बीमार महसूस करता है या दुर्घटना का शिकार हो जाता है, तो रेलवे उसे मुफ्त प्राथमिक चिकित्सा (First Aid) प्रदान करता है. जरूरत पड़ने पर आगे के स्टेशन पर विशेष मेडिकल सहायता की भी व्यवस्था की जाती है. इसके लिए यात्री को केवल टिकट कलेक्टर, कोच अटेंडेंट या ट्रेन अधीक्षक से संपर्क करना होता है. रेलवे की यह सेवा हर ट्रेन में उपलब्ध रहती है और किसी भी आपात स्थिति में इसका लाभ उठाया जा सकता है.
प्रीमियम ट्रेनों में देरी होने पर मिलता है फ्री खाना
अगर आप राजधानी, शताब्दी या दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों से सफर कर रहे हैं और ट्रेन दो घंटे या उससे अधिक देरी से चल रही है, तो रेलवे की ओर से आपको मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है. इसके अलावा अगर आप ट्रेन में बैठकर कुछ अच्छा और पसंदीदा खाना मंगवाना चाहते हैं, तो रेलवे की ई-कैटरिंग सेवा के जरिए आप मोबाइल से ही खाना ऑर्डर कर सकते हैं. यह सुविधा आपको आरामदायक सफर और भोजन दोनों का आनंद लेने का मौका देती है.
क्लॉकरूम में एक महीने तक रख सकते हैं सामान
कई बार यात्रियों को कहीं और जाने के लिए कुछ घंटों या दिनों के लिए अपना सामान रेलवे स्टेशन पर छोड़ना होता है. इसके लिए रेलवे ने सभी प्रमुख स्टेशनों पर क्लॉकरूम और लॉकर रूम की सुविधा दी हुई है. यहां यात्री 1 महीने तक के लिए अपना सामान सुरक्षित रूप से रख सकते हैं. हालांकि इसके लिए नाममात्र शुल्क देना होता है. लेकिन यह सुविधा विशेष रूप से तब काम आती है जब आप शहर में कुछ और काम निपटाना चाहते हैं और भारी बैग लेकर नहीं घूमना चाहते.
फ्री वेटिंग हॉल में कर सकते हैं आराम
अगर आपकी ट्रेन लेट हो जाती है या आपको अगली ट्रेन का इंतजार करना है, तो रेलवे स्टेशन पर मौजूद वेटिंग हॉल (प्रतीक्षालय) में आप आराम से बैठ सकते हैं. रेलवे सभी यात्रियों को उनके टिकट के आधार पर नॉन एसी या एसी वेटिंग हॉल में बैठने की सुविधा देता है. इसके लिए बस आपको अपना वैध ट्रेन टिकट दिखाना होता है. खासकर वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों के लिए यह सुविधा बेहद उपयोगी साबित होती है.
मुफ्त पीने का पानी और शौचालय की सुविधा
हर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए मुफ्त पीने का पानी और शौचालय की व्यवस्था की गई है. प्लेटफार्म पर वाटर कूलर या प्याऊ से यात्री स्वच्छ पानी ले सकते हैं. इसके अलावा साफ-सफाई के साथ बनाए गए सुलभ शौचालय भी हर प्लेटफार्म पर होते हैं. हाल ही में रेलवे ने कई स्टेशनों पर बायो-टॉयलेट और आधुनिक वॉशरूम की व्यवस्था भी की है, जो खासकर लंबी दूरी के यात्रियों के लिए बहुत राहतभरा कदम है.
रेलवे स्टाफ से मदद मांगने का अधिकार
यात्री के पास यह अधिकार होता है कि वो रेलवे के किसी भी कर्मचारी से जानकारी, सहायता या मार्गदर्शन मांग सकता है. चाहे वो टीटीई हो, प्लेटफार्म सुपरवाइज़र हो या कोच अटेंडेंट—हर कोई यात्री की मदद के लिए जिम्मेदार होता है. किसी भी समस्या की स्थिति में आप स्टेशन मास्टर के कार्यालय या हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी संपर्क कर सकते हैं.
शिकायत दर्ज करने का अधिकार
अगर यात्रा के दौरान कोई सुविधा नहीं मिली या किसी कर्मचारी ने गलत व्यवहार किया या कोई अन्य असुविधा हुई. तो यात्री को शिकायत दर्ज कराने का पूरा अधिकार है. रेलवे ने रेल मदद ऐप, रेलवे हेल्पलाइन नंबर और रेलवे वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी हुई है. शिकायत की स्थिति को भी ऑनलाइन ट्रैक किया जा सकता है. जिससे यात्री को यह भरोसा मिलता है कि उसकी बात सुनी जा रही है.