Dubai Gold Price: भारत में सोने की कीमतें दिन-ब-दिन नई ऊंचाई छू रही हैं. घरेलू बाजार में सोने की कीमत में लगातार तेजी देखी जा रही है. जिससे यह आम आदमी की पहुंच से धीरे-धीरे दूर होता जा रहा है. इसकी एक प्रमुख वजह है अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी और भारत में इंपोर्ट ड्यूटी यानी आयात शुल्क.
भारत सरकार सोने के आयात पर भारी शुल्क वसूलती है. जिससे इसकी कीमत यहां महंगी हो जाती है. वहीं दूसरी ओर कुछ देश जैसे दुबई में सोने पर कोई इंपोर्ट ड्यूटी नहीं ली जाती. जिससे वहां सोने की कीमत भारत की तुलना में कम होती है.
दुबई में कितना सस्ता है सोना?
अगर आप यह सोचते हैं कि दुबई में सोना सस्ता है, तो यह पूरी तरह सच है. दुबई को अक्सर “गोल्ड सिटी” कहा जाता है. क्योंकि वहां सोना सस्ता, शुद्ध और आसानी से उपलब्ध होता है.
21 अप्रैल 2025 को दुबई में सोने की कीमतें इस प्रकार थीं (भारतीय रुपये में):
- 22 कैरेट सोना – ₹87,825 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट सोना – ₹94,835 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना – ₹71,859 प्रति 10 ग्राम
वहीं भारत में इसी दिन 22 कैरेट सोने की कीमत ₹95,000 के आसपास रही, जो दुबई के मुकाबले करीब ₹7,000 से ₹8,000 ज्यादा थी.
क्यों सस्ता होता है दुबई में सोना?
दुबई में सोने की कीमत भारत की तुलना में कम होने के पीछे मुख्य कारण हैं:
- कोई इंपोर्ट ड्यूटी नहीं: दुबई सरकार सोने के आयात पर टैक्स नहीं लेती.
- कम मेकिंग चार्ज: भारत में ज्यादातर ज्वेलर्स सोने पर 10% से 20% तक मेकिंग चार्ज लेते हैं, जो दुबई में बहुत कम होता है.
- टैक्स फ्री मार्केट: दुबई एक टैक्स फ्री मार्केट है. जहां वैट या जीएसटी जैसे कर नहीं लगाए जाते.
- उच्च प्रतिस्पर्धा: गोल्ड मार्केट में अधिक प्रतिस्पर्धा के कारण दुकानदार कस्टमर को कम कीमत पर सोना बेचते हैं.
दुबई से भारत कितना सोना ला सकते हैं?
भारत सरकार ने विदेश से सोना लाने को लेकर कुछ नियम बनाए हैं. ये नियम उस व्यक्ति के विदेश में रहने की अवधि और उनके जेंडर पर आधारित होते हैं.
- पुरुष यात्री:
- यदि वह व्यक्ति 1 साल से अधिक समय से विदेश में रह रहा है, तो वह 20 ग्राम तक के सोने के आभूषण, जिनकी कीमत ₹50,000 तक हो. बिना कोई शुल्क दिए भारत ला सकता है.
- महिला यात्री:
- 1 साल से अधिक विदेश में रहने वाली महिला यात्री 40 ग्राम तक के सोने के आभूषण, जिनकी कीमत ₹1,00,000 तक हो, बिना शुल्क भारत ला सकती हैं.
- बच्चे:
- 1 साल से अधिक विदेश में रहने वाले बच्चे भी इसी सीमा के तहत टैक्स फ्री ज्वेलरी भारत ला सकते हैं.
महत्वपूर्ण बात: ये छूट सिर्फ आभूषणों पर लागू होती है, न कि सोने के बिस्किट, सिक्के या बार्स पर.
सीमा शुल्क (कस्टम ड्यूटी) कितना देना पड़ता है?
अगर आप तय सीमा से अधिक सोना दुबई से भारत लाते हैं, तो आपको सीमा शुल्क यानी कस्टम ड्यूटी चुकानी होगी. आइए समझते हैं कि कितना शुल्क किस पर देना होता है:
- 1 किलो से कम वजन की सोने की छड़ (Gold Bars): 10% कस्टम ड्यूटी
- 20 ग्राम से 100 ग्राम की छड़: 3% कस्टम ड्यूटी
- 20 ग्राम से कम की छड़: कोई शुल्क नहीं
- 20 ग्राम से अधिक के सोने के सिक्के: 10% शुल्क
- 20 ग्राम से कम के सिक्के: कोई शुल्क नहीं
- यदि आभूषण का वजन 20 ग्राम या कीमत ₹50,000 से कम है: कोई कस्टम ड्यूटी नहीं
दुबई से सोना लाते समय किन बातों का रखें ध्यान?
- बिल जरूर लें: सोने की खरीदारी करते समय दुकानदार से पक्का बिल लें. ताकि भारत में सीमा शुल्क की गणना में कोई दिक्कत न हो.
- केवल ज्वेलरी की छूट: सरकार ने साफ किया है कि टैक्स फ्री छूट सिर्फ गहनों (ज्वेलरी) पर है. सोने की ईंट, सिक्के या बिस्किट पर नहीं.
- सोने का वजन सीमित रखें: कोशिश करें कि तय सीमा (20 ग्राम पुरुष, 40 ग्राम महिला) में ही रहें ताकि अतिरिक्त शुल्क न देना पड़े.
- कस्टम डिक्लेरेशन जरूरी: यदि आप तय सीमा से अधिक सोना ला रहे हैं, तो आपको एयरपोर्ट पर कस्टम डिक्लेयर करना अनिवार्य है.
- पर्सनल यूज का हो सोना: लाया गया सोना केवल व्यक्तिगत उपयोग के लिए होना चाहिए. व्यवसायिक उपयोग के लिए नहीं.
क्या दुबई से सोना लाना फायदे का सौदा है?
अगर आप दुबई यात्रा पर हैं और सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो ये फैसला आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. बशर्ते आप सरकारी नियमों का पालन करें.
- ₹7,000-₹10,000 प्रति 10 ग्राम तक की बचत हो सकती है
- डिजाइन और शुद्धता में भी अच्छा विकल्प मिलता है
- कम मेकिंग चार्ज और टैक्स की वजह से जेब पर हल्का पड़ता है
हालांकि अगर आप तय सीमा से अधिक सोना लाते हैं और कस्टम ड्यूटी भी चुकाते हैं, तो यह बचत बहुत कम हो सकती है.