LPG Cylinder Rules: आज के समय में LPG गैस सिलेंडर हर घर की जरूरत बन चुका है. चाहे गांव हो या शहर, खाना पकाने के लिए एलपीजी सिलेंडर की भूमिका अहम है. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने 21 अप्रैल 2025 से देशभर में नए नियम लागू कर दिए हैं. ये नियम राशन कार्डधारकों से लेकर सभी गैस उपभोक्ताओं पर लागू होंगे और इनका सीधा असर बुकिंग प्रक्रिया, डिलीवरी सिस्टम और सब्सिडी भुगतान पर पड़ेगा.
6 से 8 सिलेंडर हर साल मिलेंगे, योजना 2028 तक लागू
सरकार की नई योजना के तहत प्रति परिवार 6 से 8 गैस सिलेंडर प्रतिवर्ष दिए जाएंगे. यह योजना 21 अप्रैल 2025 से शुरू होकर 31 दिसंबर 2028 तक लागू रहेगी. इसका मुख्य उद्देश्य है—सभी जरूरतमंद परिवारों को समय पर गैस सिलेंडर की सुविधा देना और फर्जीवाड़ा रोकना.
बुकिंग से पहले KYC अपडेट जरूरी
अब यदि आप गैस सिलेंडर बुक करना चाहते हैं तो आपको पहले अपनी KYC (Know Your Customer) अपडेट करानी होगी. इसके लिए जरूरी दस्तावेज हैं:
- आधार कार्ड नंबर
- मोबाइल नंबर (जो आधार से लिंक हो)
- गैस कनेक्शन की डिटेल्स
बिना KYC अपडेट किए उपभोक्ता को गैस बुकिंग या सब्सिडी लेने में परेशानी हो सकती है. सभी एजेंसियों को इसके निर्देश मिल चुके हैं कि वे बुकिंग से पहले ग्राहक की KYC जांचें.
OTP वेरिफिकेशन से मिलेगी गैस की डिलीवरी
गैस सिलेंडर डिलीवरी से जुड़ा दूसरा अहम नियम है OTP वेरिफिकेशन. यानी जब आप सिलेंडर बुक करेंगे, तो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक OTP (वन टाइम पासवर्ड) आएगा. डिलीवरी के समय आपको यह OTP डिलीवरी ब्वॉय को बताना होगा. तभी आपको सिलेंडर मिलेगा. अगर OTP नहीं बताया गया तो डिलीवरी नहीं की जाएगी. इससे गलत पते पर सिलेंडर डिलीवरी या गैस चोरी की घटनाएं अब नहीं हो पाएंगी.
सब्सिडी पाने के लिए आधार-बैंक-गैस कनेक्शन लिंक जरूरी
तीसरा सबसे जरूरी नियम है गैस सब्सिडी से जुड़ा. अगर आप सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आपका:
- बैंक खाता
- आधार कार्ड
- गैस कनेक्शन
—आपस में लिंक हो.
इसके बिना सब्सिडी की राशि आपके खाते में नहीं भेजी जाएगी. सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि सब्सिडी की राशि समय-समय पर बदली जा सकती है और यह स्थायी नहीं होगी. साथ ही, यदि कोई उपभोक्ता अपेक्षा से अधिक सिलेंडर बुक करता है तो उसे सब्सिडी नहीं दी जाएगी.
नए नियमों के प्रमुख फायदे
सरकार द्वारा लागू किए गए इन नियमों से उपभोक्ताओं को कई तरह के फायदे होंगे:
- डिजिटल सिस्टम से फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी.
- OTP वेरिफिकेशन से गलत डिलीवरी और गैस चोरी का खतरा नहीं रहेगा.
- सब्सिडी सीधे उपभोक्ता के खाते में जाएगी. जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी.
- गैस सिलेंडर बुकिंग और डिलीवरी का रिकॉर्ड अब डिजिटल रहेगा. जिससे कोई गड़बड़ी न हो.
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत
अगर आप नए नियमों के अनुसार गैस सिलेंडर बुकिंग, KYC अपडेट और सब्सिडी क्लेम करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए दस्तावेज तैयार रखें:
- आधार कार्ड
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
- गैस कनेक्शन बुक या गैस आईडी
- बैंक खाता विवरण (जिसमें सब्सिडी आनी है)
- इनकम सर्टिफिकेट (यदि जरूरत हो)
- e-KYC का प्रमाण
उपभोक्ताओं को यह बातें भी रखनी होंगी ध्यान में
- अगर आपने पहले से आधार-बैंक-गैस लिंकिंग नहीं करवाई है. तो जल्द से जल्द नजदीकी गैस एजेंसी से संपर्क करें.
- गैस सब्सिडी की स्थिति आप अपने मोबाइल या गैस एजेंसी की वेबसाइट पर लॉगिन करके देख सकते हैं.
- e-KYC ऑनलाइन या एजेंसी के जरिए करवाई जा सकती है. जिसके लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी हो सकता है.
राशन कार्डधारकों को भी मिलेगा फायदा
जो लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के तहत राशन कार्डधारी हैं. उन्हें भी इन नियमों के अनुसार गैस सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा. इसके लिए उन्हें केवल अपने KYC दस्तावेज अपडेट करने होंगे और OTP वेरिफिकेशन के बाद डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी.