School Time Changed: बिहार में लगातार बढ़ती गर्मी अब बच्चों की पढ़ाई के समय पर भी असर डालने लगी है. खासतौर पर राजधानी पटना जिले में भीषण गर्मी और लू की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है. नए आदेश के मुताबिक अब पटना जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर ही छुट्टी कर दी जाएगी.
30 अप्रैल तक लागू रहेगा नया शेड्यूल
जिला प्रशासन ने यह आदेश 30 अप्रैल 2025 तक के लिए लागू किया है. इसका मतलब यह है कि अगले कुछ दिनों तक सभी स्कूलों में दोपहर 11:45 बजे के बाद कोई भी कक्षा संचालित नहीं की जाएगी. यह फैसला बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है ताकि वे दोपहर की तीव्र गर्मी और लू से सुरक्षित रहें.
डीएम चंद्रशेखर ने जारी किया आदेश
इस संबंध में जिलाधिकारी (DM) चंद्रशेखर ने बुधवार को आधिकारिक आदेश जारी किया. आदेश में कहा गया है कि पटना जिले में तापमान लगातार बढ़ रहा है और लू चलने की आशंका भी बनी हुई है. इस स्थिति में बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है. इसी को देखते हुए स्कूलों के समय में यह आंशिक परिवर्तन किया गया है.
शिक्षा अधिकारियों और एसडीएम को निर्देश
डीएम ने सभी एसडीएम (अनुमंडल पदाधिकारी) और जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को आदेश के पालन की सख्त हिदायत दी है. यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि जिले के किसी भी स्कूल में 11:45 बजे के बाद कक्षाएं न चलें.
मॉर्निंग शिफ्ट पहले से ही थी लागू
गौरतलब है कि बिहार शिक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले ही गर्मी को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया था. पहले से ही राज्य के स्कूलों को मॉर्निंग शिफ्ट में संचालित किया जा रहा है. इसके तहत स्कूल सुबह 6:30 बजे खुलते हैं और 12:00 बजे तक चलते हैं.
अब छुट्टी होगी और भी पहले
पटना जिले में नई व्यवस्था के अनुसार, अब 12:00 बजे के बजाय स्कूलों की छुट्टी 11:45 बजे ही कर दी जाएगी. इस बदलाव से बच्चों को दोपहर की तेज धूप से बचने में मदद मिलेगी और वे जल्दी घर पहुंच सकेंगे.
बच्चों की सेहत के लिए उठाया गया संवेदनशील कदम
जिला प्रशासन का यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद सराहनीय है. गर्मी में बच्चों को डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, चक्कर और थकावट जैसी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में सुबह जल्दी स्कूल शुरू करना और समय से पहले छुट्टी देना एक व्यावहारिक और मानवीय फैसला है.
अभिभावकों ने फैसले का किया स्वागत
जैसे ही स्कूलों के समय में बदलाव की खबर आई. अभिभावकों ने प्रशासन के फैसले की सराहना की. अभिभावकों का कहना है कि गर्मी में बच्चों को दोपहर में बाहर निकलना बेहद जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए यह फैसला समय पर लिया गया है और इससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
शिक्षकों को भी राहत
स्कूल स्टाफ और शिक्षकों को भी इस समय परिवर्तन से राहत मिलेगी. सुबह जल्दी काम शुरू करके दोपहर तक सभी कार्य निपटाए जा सकेंगे और शिक्षक भी लू के प्रभाव से बच सकेंगे.
क्या करना चाहिए स्कूलों को?
प्रशासन के इस निर्देश के बाद सभी स्कूलों को चाहिए कि वे समय पर कक्षाएं शुरू करें. छात्रों को जलपान दें और गर्मी से बचाव के लिए जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें.
- पानी की उचित व्यवस्था
- क्लासरूम में वेंटिलेशन
- गर्मी से बचाव के लिए हेल्थ एडवाइजरी
- जरूरत पर मेडिकल सुविधा
आने वाले दिनों में और हो सकते हैं बदलाव
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में आने वाले दिनों में तापमान और अधिक बढ़ सकता है. अगर स्थिति ज्यादा गंभीर हुई तो 30 अप्रैल के बाद छुट्टियों या फिर ऑनलाइन कक्षाओं पर भी विचार किया जा सकता है.