NHAI Highway Project: मोदी सरकार देशभर में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में लगातार काम कर रही है. हाइवे, एक्सप्रेसवे और बाईपास के ज़रिए अब बड़े शहरों के ट्रैफिक जाम से राहत देने का प्रयास किया जा रहा है. इसी सिलसिले में अब हरियाणा से दिल्ली के बीच रोजाना यात्रा करने वालों के लिए एक राहत भरी खबर आई है – रोहतक रोड का नए सिरे से निर्माण किया जाएगा.
दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाला रोहतक रोड होगा फिर से तैयार
दिल्ली और हरियाणा के बीच सुगम आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए रोहतक रोड को फिर से बनाया जाएगा. दिल्ली सरकार ने इस प्रोजेक्ट को लोक निर्माण विभाग (PWD) से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को सौंप दिया है. इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इसे करीब डेढ़ साल में पूरा किया जाएगा.
मानसून में बनता है जलभराव का कारण
लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने हाल ही में रोहतक रोड का निरीक्षण किया और कहा कि इस क्षेत्र में मानसून के दौरान जलभराव की समस्या आम है. यह जलभराव सीवर ओवरफ्लो के कारण होता है, जिससे स्थानीय दुकानदारों और हरियाणा जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने बताया कि अब इस सड़क के निर्माण का जिम्मा NHAI को सौंपने का उद्देश्य यही है कि स्थायी समाधान के साथ एक मजबूत सड़क बनाई जा सके. जिससे आने वाले वर्षों में कोई समस्या न हो.
सड़क निर्माण से जुड़ी अहम बातें
- रोहतक रोड दिल्ली और हरियाणा के बीच एक प्रमुख कनेक्टिविटी रूट है.
- नए निर्माण के बाद यह सड़क अधिक टिकाऊ, जलभराव-मुक्त और यातायात के लिए सुगम होगी.
- लोक निर्माण विभाग से प्रोजेक्ट हटाकर NHAI को सौंपना यह दर्शाता है कि सरकार इस काम को समय पर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करवाना चाहती है.
- योजना के अनुसार, इस कार्य में लगभग डेढ़ वर्ष का समय लगेगा, लेकिन काम शुरू होते ही लोगों को धीरे-धीरे राहत महसूस होने लगेगी.
स्थानीय लोगों को जल्द मिलेगा फायदा
सड़क निर्माण का फैसला स्थानीय नागरिकों की मांग और वर्षों से चली आ रही समस्याओं को ध्यान में रखकर लिया गया है. नई सड़क बनने से न सिर्फ दिल्ली-हरियाणा के बीच ट्रैफिक फास्ट मूव करेगा, बल्कि व्यापारिक और सामाजिक गतिविधियां भी रफ्तार पकड़ेंगी. सरकार का उद्देश्य है कि लोग बिना किसी जलभराव या जाम के जल्दी और सुरक्षित यात्रा कर सकें.