School Timing Change: रेवाड़ी में इन दिनों भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बुधवार को अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि न्यूनतम तापमान भी बढ़कर 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यह इस मौसम का सबसे गर्म दिन साबित हुआ. हालाँकि 17 मई को तापमान 45.6 डिग्री तक गया था. लेकिन उस दिन न्यूनतम तापमान थोड़ा कम, 23.8 डिग्री रहा था.
सुबह से ही महसूस हुई लू की तपिश
बुधवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा और हल्की हवा चलने के बावजूद लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसा दिया. हालत यह रही कि पंखे, कूलर और एसी भी गर्म हवा फेंकते नजर आए. घरों और कार्यालयों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था.
सुबह 10 बजे से शुरू हो गई तपिश
सुबह 10 बजे के आसपास ही तापमान में भारी उछाल देखा गया. सुबह 11:30 बजे तक अधिकतम तापमान 38 डिग्री को पार कर गया और जैसे-जैसे दिन चढ़ा, गर्मी और भी बढ़ती गई. सूर्यास्त तक तापमान अपने चरम पर पहुंच चुका था. जिसने पूरे जिले को झुलसा दिया.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
लगातार पड़ रही गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी है. विशेषज्ञों ने कहा है कि 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचना चाहिए और अगर बहुत जरूरी हो तो सिर पर सूती कपड़ा या टोपी पहनकर ही बाहर जाएं. साथ ही हर 15-20 मिनट पर पानी पीते रहें और हमेशा पानी की बोतल साथ रखें.
स्कूलों के समय में किया गया बदलाव
गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों के समय में परिवर्तन किया है. अब जिले के सभी राजकीय और अराजकीय स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक ही खुलेंगे. यह आदेश गुरुवार से प्रभावी हो गया है. हालांकि शिक्षक वर्ग दोपहर 1:30 बजे तक स्कूल में उपस्थित रहेगा.
उपायुक्त का निर्देश, स्कूलों को दी गई गाइडलाइन
उपायुक्त अभिषेक मीणा ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को निर्देश दिए हैं कि वे खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से सभी विद्यालय प्रमुखों को अवगत कराएं. इसके अलावा विद्यार्थियों को लू से बचाने के लिए विशेष हिदायतें भी जारी की गई हैं.
छात्रों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में जरूरी इंतजाम
जिला शिक्षा अधिकारी सुभाषचंद सांभरिया के अनुसार सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि –
- ORS घोल के पैकेट स्कूल में रखें और छात्रों को पिलाना सुनिश्चित करें
- स्कूल की छुट्टी के समय बच्चों को पानी पिलाकर ही घर भेजा जाए
- धूप में कोई भी गतिविधि न कराई जाए
- सभी छात्रों को सूती कपड़े से सिर ढकने के लिए प्रेरित किया जाए
इस बार बारिश ने थोड़ी राहत जरूर दी
इस साल मई के शुरूआती दिनों में अंधड़, बूंदाबांदी और हल्की बारिश हुई थी. जिससे थोड़ी राहत की उम्मीद जगी थी. हालांकि जैसे ही दूसरा पखवाड़ा शुरू हुआ. तापमान तेजी से बढ़ने लगा. इस बार मई में अब तक 11.80 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. जबकि पिछले साल मई में सिर्फ 2 मिमी वर्षा हुई थी. तापमान की तुलना में इस बार गर्मी का स्तर लगभग समान रहा है. लेकिन लू और उमस ने लोगों को ज्यादा परेशान किया है.