Haryana Weather: हरियाणा में अप्रैल महीने के तीसरे हफ्ते में मौसम लगातार करवट ले रहा है. सुबह तेज धूप और दोपहर तक गर्मी के बाद अचानक बादल घिर जाते हैं और कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है. ऐसे में लोगों के दिनचर्या के साथ-साथ खेती-बाड़ी पर भी इसका गहरा असर पड़ा है. मौसम विभाग के अनुसार शनिवार 20 अप्रैल 2025 को राज्य के अधिकतर हिस्सों में मौसम साफ बना रहेगा. लेकिन कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है.
इन जिलों में जारी हुआ बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार के लिए हरियाणा के पांच जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की है. इसमें पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल शामिल हैं. हालांकि विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन जिलों में बारिश सामान्य रहेगी और आंधी-तूफान की कोई संभावना नहीं है. इसका मतलब है कि ग्रामीण इलाकों और शहरों में लोगों को गर्मी से कुछ राहत तो मिल सकती है. लेकिन किसानों के लिए यह राहत कम और चिंता ज्यादा बन गई है.
तापमान में हल्की गिरावट
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में औसतन 0.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. लेकिन इसके बावजूद कई जिलों में पारा 40 डिग्री को पार कर चुका है.
- सबसे गर्म जिला हिसार रहा जहां 42.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
- करनाल में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई.
- पूरे प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में हल्की राहत मिली है.
गर्मी के साथ मौसम की इस अनिश्चितता ने आम लोगों और खासकर किसानों को असमंजस में डाल रखा है.
किसानों की मुश्किलें बढ़ीं
शुक्रवार की बारिश ने किसानों पर दोहरी मार कर दी है. एक तरफ खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा, तो दूसरी तरफ मंडियों में पड़ी गेहूं भी बारिश की भेंट चढ़ गई. कई मंडियों में तिरपाल या शेड की व्यवस्था न होने के कारण गेहूं की ढेरियां पानी में लबालब हो गईं.
- कुछ जगहों पर बिक चुकी गेहूं का उठान समय पर नहीं हो पाया. जिससे गेहूं के कट्टे भीग गए.
- दूसरी ओर बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से कई खेतों में खड़ी फसल जलकर राख हो गई.
- इससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है.
प्रशासन की लापरवाही से किसानों को और झेलनी पड़ी मार
बारिश पूर्वानुमान के बावजूद कई मंडियों में कोई तिरपाल, शेड या पानी निकालने की व्यवस्था नहीं की गई. न तो आढ़ती और न ही मार्केट कमेटी ने कोई ठोस कदम उठाए. इस लापरवाही के कारण खेतों से लाई गई गेहूं बारिश में भीग गई, जिससे अनाज की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा और किसानों को कम दाम मिलेंगे. कई किसान मंडियों में खुली जगह पर बैठे रोते नजर आए. क्योंकि उनकी महीनों की मेहनत कुछ ही घंटों की बारिश में खराब हो गई.
मौसम की अनिश्चितता बनी चिंता का विषय
हरियाणा में इस समय फसलों की कटाई और मंडियों में उपज की खरीद-फरोख्त का समय चल रहा है. ऐसे में मौसम का अचानक बदल जाना किसानों के लिए आर्थिक संकट का कारण बन सकता है. मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है. लेकिन जमीनी स्तर पर तैयारी और जिम्मेदारी की कमी स्पष्ट दिखाई दे रही है. खेती के साथ-साथ बिजली, पानी और ट्रांसपोर्ट सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं. जिससे आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आगे कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 से 3 दिनों तक हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है. खासकर उत्तर और पूर्वी जिलों में आसमान में बादल बने रहेंगे. दिन के समय गर्मी तेज होगी लेकिन शाम होते-होते हवा की रफ्तार और हल्की फुहारें देखने को मिल सकती हैं. ऐसे में किसानों और आम लोगों को सलाह दी गई है कि:
- मौसम अलर्ट पर ध्यान दें और खेती से जुड़ा कोई भी कार्य सावधानी से करें
- मंडियों में फसल को तिरपाल से ढंक कर रखें
- खेतों में बिजली के उपकरणों को सुरक्षित रखें