Delhi Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक तेजी से आकार ले रहा है. इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से न सिर्फ दिल्ली और मुंबई के बीच यातायात और बेहतर होगा. बल्कि फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे शहरों से जेवर एयरपोर्ट तक सीधी और तेज रफ्तार कनेक्टिविटी मिलेगी.
मोहना गांव में पिलर और गर्डर का काम पूरा
फरीदाबाद के मोहना गांव में इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम काफी तेजी से चल रहा है. सड़क के ऊपर पिलर बना दिए गए हैं और अब उन पर गर्डर भी रख दिए गए हैं. यहीं पर एक बड़ा इंटरचेंज भी तैयार किया जा रहा है. जहां से एक्सप्रेसवे पर एंट्री और एग्जिट पॉइंट बनेंगे. ये पॉइंट स्थानीय लोगों और औद्योगिक इलाकों की कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएंगे.
इस साल खत्म होगा निर्माण
यमुना नदी से मोहना इंटरचेंज तक और अन्य स्थानों पर सड़क निर्माण का कार्य जोरों पर है. यमुना नदी पर सिक्स लेन पुल का निर्माण भी बहुत तेजी से हो रहा है. अधिकारियों के मुताबिक इस साल के अंत तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और 2026 से इस एक्सप्रेसवे पर वाहन दौड़ने लगेंगे. इससे दिल्ली-NCR के हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी.
कहां से कहां तक बनेगा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे?
यह नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे फरीदाबाद के सेक्टर 65 के पास स्थित लिंक रोड से शुरू होकर नोएडा स्थित जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचेगा. कुल 31 किलोमीटर लंबी इस सड़क में:
- 7 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में बनेगा
- 24 किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में बनाया जा रहा है
इस परियोजना के लिए 12 से ज्यादा गांवों की लगभग 1,000 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है.
इन हाईवे और एक्सप्रेसवे से मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी
यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे सिर्फ दिल्ली और जेवर को जोड़ने तक सीमित नहीं रहेगा. बल्कि यह कई बड़े हाईवे और एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा होगा, जैसे:
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत यहीं से होगी
- कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे: इसके जरिए जेवर एयरपोर्ट तक सीधी राह
- यमुना एक्सप्रेसवे: जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी इससे और मजबूत होगी
- नेशनल हाईवे (फरीदाबाद लिंक): इसे भी जोड़ा जा रहा है. जिससे औद्योगिक इलाकों को फायदा होगा
- IGI एयरपोर्ट लिंक: जेवर और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच भविष्य में सीधा संपर्क संभव होगा
जेवर एयरपोर्ट को मिलेगा बूस्ट
जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, उत्तर भारत का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा. इस एक्सप्रेसवे के जुड़ जाने से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहद मजबूत हो जाएगी. जिससे प्रवासी यात्रियों, विदेशी पर्यटकों और कार्गो मूवमेंट को बड़ी सहूलियत मिलेगी. इस एक्सप्रेसवे के जरिए ग्रेटर नोएडा और दिल्ली एयरपोर्ट के बीच सफर का समय भी घंटों से घटकर कुछ मिनटों में सिमट जाएगा.
औद्योगिक विकास को भी मिलेगा नया रास्ता
फरीदाबाद, पलवल, बल्लभगढ़ और ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक क्षेत्रों को इस एक्सप्रेसवे से बड़ा लाभ होगा. तेजी से माल ढुलाई, कच्चे माल की आसान आपूर्ति और उत्पादों की त्वरित डिलीवरी से उद्योगों की प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ेगी और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा.
किसानों और ग्रामीणों को मिला मुआवजा
इस परियोजना के लिए जिन गांवों की जमीन ली गई है. उन्हें सरकार की ओर से समुचित मुआवजा और पुनर्वास का भरोसा दिया गया है. अधिकारियों का दावा है कि जमीन अधिग्रहण में कोई विवाद नहीं है और स्थानीय लोगों का सहयोग भी मिल रहा है.