LPG eKYC Last Date: रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए एक बेहद जरूरी सूचना सामने आई है. केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि हर घरेलू गैस उपभोक्ता को 30 जून 2025 तक अपनी संबंधित गैस एजेंसी में जाकर ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है. यदि किसी उपभोक्ता ने यह प्रक्रिया समय रहते पूरी नहीं की, तो 1 जुलाई से उसकी गैस सप्लाई रोक दी जाएगी.
लुधियाना में सिर्फ 60% उपभोक्ताओं ने पूरी की प्रक्रिया
लुधियाना जिले की स्थिति की बात करें तो अब तक केवल करीब 60% उपभोक्ताओं ने ही अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी की है. जबकि पंजाब के कई अन्य जिलों में यह आंकड़ा और भी कम है. इससे साफ है कि बड़ी संख्या में लोग अभी भी इस जरूरी प्रक्रिया को नजरअंदाज कर रहे हैं. जिसका खामियाजा उन्हें सिलेंडर की सप्लाई रुकने के रूप में भुगतना पड़ सकता है.
केंद्र सरकार का मकसद
ई-केवाईसी की यह कवायद केंद्र सरकार द्वारा फर्जी गैस कनेक्शन और मल्टीपल घरेलू कनेक्शनों की पहचान के लिए शुरू की गई है. सरकार चाहती है कि जो उपभोक्ता वाकई में गैस सब्सिडी के हकदार हैं. केवल उन्हीं को लाभ मिले. इस प्रक्रिया के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एक ही परिवार में कई कनेक्शन न चलें और सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग न हो.
तीनों प्रमुख गैस कंपनियां कर रही हैं मुफ्त ई-केवाईसी
देश की तीनों बड़ी गैस कंपनियां – इंडेन गैस, भारत गैस और हिंदुस्तान गैस, अपने उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी बिल्कुल नि:शुल्क कर रही हैं. एजेंसियों को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे किसी भी उपभोक्ता से इसके लिए कोई शुल्क न लें और प्रक्रिया को तेजी से निपटाएं ताकि 30 जून की समयसीमा से पहले सभी उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी पूरी हो सके.
क्या है ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया?
ई-केवाईसी कराने के लिए उपभोक्ताओं को केवल अपने गैस एजेंसी के कार्यालय में जाकर एक फोटोयुक्त पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड) और गैस उपभोक्ता नंबर के साथ उपस्थित होना होता है. गैस डीलर एजेंसी द्वारा इसे ऑनलाइन सिस्टम में अपडेट किया जाता है. जिससे यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है.
क्या बोले लुधियाना गैस डीलर्स एसोसिएशन के प्रमुख?
लुधियाना एलपीजी गैस डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनजीत सिंह ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे 30 जून से पहले ई-केवाईसी जरूर करा लें, ताकि आगे गैस सिलेंडर की सप्लाई में कोई बाधा न आए. उन्होंने बताया कि कई उपभोक्ता अभी भी लापरवाह हैं. लेकिन डेडलाइन के बाद सिस्टम में ब्लॉक हो जाएंगे. जिससे एजेंसियां गैस नहीं दे पाएंगी.
ई-केवाईसी न होने पर क्या हो सकता है?
यदि कोई उपभोक्ता निर्धारित समय सीमा तक ई-केवाईसी नहीं कराता है, तो गैस कंपनी उसके कनेक्शन को ‘अवैध’ की श्रेणी में डाल सकती है. इससे न सिर्फ गैस सप्लाई बाधित होगी. बल्कि सब्सिडी की राशि भी बंद हो जाएगी. इसलिए जरूरी है कि सभी उपभोक्ता समय रहते यह प्रक्रिया पूरी कर लें.
न करें इंतजार, जल्द कराएं प्रक्रिया पूरी
गैस एजेंसियों और सरकार की तरफ से बार-बार अपील की जा रही है कि ई-केवाईसी प्रक्रिया को हल्के में न लें. उपभोक्ता अपनी सुविधानुसार कार्यदिवस में जाकर यह प्रक्रिया जल्दी से जल्दी पूरी करें. ताकि गैस सिलेंडर सप्लाई सुचारू रूप से मिलती रहे और किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.