JEE Main Result 2025 : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने हाल ही में JEE Main 2025 सत्र-2 की प्रोविजनल आंसर की जारी कर दी है। अब अगला बड़ा कदम है रिजल्ट की घोषणा, जिसे लेकर लाखों उम्मीदवार बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। एनटीए के अनुसार, रिजल्ट और ऑल इंडिया रैंक (AIR) जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जारी किए जाएंगे।
रिजल्ट के साथ रैंक भी होगी घोषित
JEE Main सिर्फ अंक लाने की परीक्षा नहीं है, बल्कि इसके आधार पर देशभर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला होता है। ऐसे में सिर्फ अंक नहीं, बल्कि रैंक भी बहुत मायने रखती है। एनटीए द्वारा घोषित ऑल इंडिया रैंक के आधार पर उम्मीदवारों को सीटें मिलती हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि अगर दो या अधिक उम्मीदवारों के अंक एक समान आते हैं, तो उनकी रैंक कैसे तय की जाती है?
एनटीए की टाई ब्रेकिंग पॉलिसी क्या है?
जब दो या अधिक उम्मीदवारों के अंक JEE Main में बराबर आते हैं, तो एनटीए एक निर्धारित टाई-ब्रेकिंग प्रक्रिया अपनाता है। इस प्रक्रिया को तीन अलग-अलग पेपर्स – Paper 1 (BE/BTech), Paper 2A (BArch), और Paper 2B (BPlanning) – के लिए अलग-अलग चरणों में लागू किया जाता है।
Paper-1 (BE/BTech): ऐसे तय होती है रैंक जब अंक हों बराबर
अगर दो छात्रों के JEE Main BE/BTech परीक्षा में अंक एक समान हैं, तो एनटीए निम्नलिखित क्रमानुसार टाई को सुलझाता है:
- मैथ्स में एनटीए स्कोर – जिसका स्कोर अधिक होगा, उसे ऊंची रैंक मिलेगी।
- फिजिक्स में एनटीए स्कोर
- केमिस्ट्री में एनटीए स्कोर
- सभी विषयों में कम गलत और ज्यादा सही उत्तर देने वाले छात्र
- मैथ्स में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
- फिजिक्स में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
- केमिस्ट्री में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
अगर इन सभी के बाद भी टाई बनी रहती है, तो दोनों उम्मीदवारों को समान रैंक दी जाती है।
Paper-2A (BArch): टाई ब्रेकिंग का तरीका
BArch परीक्षा में रैंक तय करने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- मैथ्स में एनटीए स्कोर
- एप्टीट्यूड टेस्ट में एनटीए स्कोर
- ड्राइंग टेस्ट में एनटीए स्कोर
- सभी विषयों में कम गलत और ज्यादा सही उत्तर देने वाले छात्र
- मैथ्स में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
- एप्टीट्यूड टेस्ट में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
यदि इन सभी मापदंडों के बाद भी टाई बनी रहती है, तो उम्मीदवारों को एक जैसी रैंक दी जाती है।
Paper-2B (BPlanning): स्कोर बराबर होने पर क्या है एनटीए की नीति
BPlanning में टाई सुलझाने की प्रक्रिया इस प्रकार होती है:
- मैथ्स में एनटीए स्कोर
- एप्टीट्यूड टेस्ट में एनटीए स्कोर
- प्लानिंग आधारित प्रश्नों में एनटीए स्कोर
- कम गलत और ज्यादा सही उत्तरों का अनुपात सभी विषयों में
- मैथ्स पार्ट-1 में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
- एप्टीट्यूड पार्ट-2 में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
- प्लानिंग आधारित प्रश्नों में गलत-सही उत्तरों का अनुपात
यदि इन सभी मापदंडों पर भी दोनों उम्मीदवार बराबर रहते हैं, तो समान रैंक दी जाती है।
रैंक तय करने में क्यों अहम है टाई ब्रेकिंग पॉलिसी?
JEE Main जैसी प्रतियोगी परीक्षा में हर एक अंक महत्वपूर्ण होता है। कई बार एक ही अंक के साथ हजारों छात्र खड़े रहते हैं, ऐसे में उनकी उम्मीदवार की रैंक तय करना जरूरी हो जाता है। यही वजह है कि NTA ने यह विस्तृत टाई ब्रेकिंग पॉलिसी तैयार की है ताकि किसी भी छात्र के साथ अन्याय न हो।
क्यों जरूरी है NTA स्कोर के आधार पर तुलना?
NTA स्कोर एक तरह से सामान्यीकृत स्कोर होता है, जो परीक्षा के विभिन्न शिफ्टों और दिनों में कठिनाई के स्तर में फर्क को संतुलित करने के लिए तैयार किया जाता है। इसका उद्देश्य सभी उम्मीदवारों को समान प्रतिस्पर्धी मंच देना होता है।
रिजल्ट चेक करने की प्रक्रिया: jeemain.nta.nic.in पर ऐसे करें लॉगिन
जब परिणाम घोषित होगा, तो छात्र इसे निम्नलिखित स्टेप्स से देख सकते हैं:
- NTA की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाएं
- होमपेज पर “JEE Main 2025 Result” लिंक पर क्लिक करें
- एप्लीकेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें
- “Submit” पर क्लिक करें
- स्क्रीन पर आपका स्कोर और रैंक दिख जाएगा
- इसे डाउनलोड करके भविष्य के लिए सेव कर लें