Mud Pot Benefits: देश में अप्रैल-मई की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है. ऐसे में लोग फ्रिज के अलावा पुराने देसी तरीके यानी मटके के पानी को फिर से अपनाने लगे हैं. मटका न केवल पानी को ठंडा रखता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. बाजारों में अब मटकों की खूब बिक्री हो रही है लेकिन लोग इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि लाल मटका खरीदें या काला मटका?
कौन सा मटका बेहतर?
बाजार में दो तरह के मटके मिलते हैं—लाल रंग का मटका और काला रंग का मटका. देखने में तो दोनों ही सुंदर लगते हैं लेकिन इनकी बनावट और फायदे अलग-अलग होते हैं. बहुत से लोग रंग के आधार पर सिर्फ दिखावे के लिए मटका खरीदते हैं लेकिन अगर आप सेहत और ठंडक दोनों को ध्यान में रखकर मटका खरीदना चाहते हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि किस रंग का मटका कब और क्यों लेना चाहिए.
लाल मटका
लाल रंग का मटका टेरेकोटा मिट्टी से बनाया जाता है. टेरेकोटा मिट्टी में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जो पानी को धीरे-धीरे रिसने देते हैं. जब ये रिसाव होता है तो वाष्पीकरण (Evaporation) की प्रक्रिया के कारण मटके का पानी जल्दी ठंडा हो जाता है.
अगर आप चाहते हैं कि मटके में रखा पानी जल्दी ठंडा हो जाए तो लाल मटका आपके लिए एकदम सही है.
यह मटका गर्मियों के उन दिनों में बहुत उपयोगी होता है जब तापमान तेजी से बढ़ रहा हो और दिन में बार-बार पानी पीने की जरूरत पड़े.
काला मटका
काले रंग का मटका काली मिट्टी से बनाया जाता है जिसे कुछ जगहों पर कार्बोनाइज्ड क्ले पॉट भी कहा जाता है. इसकी खास बनावट की वजह से इसमें रखा पानी लंबे समय तक ठंडा बना रहता है.
खास बात यह है कि इसकी सतह पर शैवाल (Algae) और बैक्टीरिया जल्दी नहीं पनपते जिससे पानी साफ और सुरक्षित बना रहता है.
यह मटका उन लोगों के लिए बेस्ट है जो दफ्तर या बाहर रहते हैं और चाहते हैं कि जब तक लौटें तब तक मटके में पानी ठंडा ही मिले.
सेहत के नजरिए से कौन है बेहतर?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक काले मटके के पानी में प्राकृतिक मिनरल्स की मात्रा अधिक होती है. यह पानी शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि:
- यह गैस एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है
- इसमें न तो केमिकल्स होते हैं न ही प्लास्टिक का असर
- लगातार पीने पर यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है
हालांकि लाल मटका भी सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन उसमें मिनरल्स की मात्रा थोड़ी कम होती है.
दोनों मटकों की तुलना – क्या रखें ध्यान
मटका | मिट्टी का प्रकार | पानी ठंडा होने की स्पीड | पानी ठंडा रहने का समय | सेहत के लिए लाभ |
---|---|---|---|---|
लाल मटका | टेरेकोटा | जल्दी ठंडा होता है | कम समय तक ठंडा रहता है | सामान्य फायदेमंद |
काला मटका | कार्बोनाइज्ड काली मिट्टी | थोड़ा समय लेता है | लंबे समय तक ठंडा रहता है | ज्यादा फायदेमंद |
मटका खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
- मटके की मिट्टी सूंघें – उसमें कोई रासायनिक गंध न हो
- सतह देखें – मटके की सतह चिकनी और दरार रहित होनी चाहिए
- टूटा-फूटा न हो – छोटे-छोटे क्रैक बाद में लीकेज कर सकते हैं
- ढक्कन जरूर लें – मटका खुले में रखने पर धूल से बचाने के लिए
- पहली बार इस्तेमाल से पहले – मटके को अच्छी तरह धोकर एक बार भरकर पूरा पानी फेंक दें
पर्यावरण के लिए भी मटका है बेस्ट विकल्प
आज के समय में जब प्लास्टिक की बोतलें और RO पानी का चलन बढ़ा है ऐसे में मटका एक इको-फ्रेंडली विकल्प बनकर सामने आया है. न इसमें बिजली खर्च होती है न ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है.
साथ ही मटके का पानी शरीर के तापमान को संतुलित करता है और शरीर को ठंडा बनाए रखता है जो गर्मियों में बहुत जरूरी होता है.