घर किराए पर लेने से पहले पढ़ लेना ये नियम, वरना हो सकता है बड़ा नुकसान! Rent Agreement Clauses

Rent Agreement Clauses: जब भी आप कोई घर किराए पर लेने का फैसला करते हैं, तो सिर्फ जगह और किराए की राशि ही नहीं, बल्कि रेंट एग्रीमेंट (Rent Agreement) की शर्तों को भी ठीक से समझना बेहद जरूरी है. यह दस्तावेज किरायेदार और मकान मालिक के बीच का कानूनी अनुबंध होता है. जो दोनों पक्षों के अधिकारों और कर्तव्यों को स्पष्ट करता है. आज हम आपको बताएंगे कि रेंट एग्रीमेंट में किन बिंदुओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

एग्रीमेंट की अवधि और समाप्ति की तारीख

रेंट एग्रीमेंट में यह स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए कि किरायेदारी की शुरुआत कब होगी और समाप्ति कब. यह जानकारी इसलिए जरूरी है ताकि आप अपने रहने की योजना और नवीनीकरण की तैयारी पहले से कर सकें.

  • एग्रीमेंट की अवधि: आमतौर पर 11 महीने या 1 साल होती है.
  • समाप्ति की शर्तें: कब और किन परिस्थितियों में एग्रीमेंट खत्म किया जा सकता है.
  • नोटिस पीरियड: किरायेदार या मकान मालिक को कम से कम एक महीने का नोटिस देना होता है.

किराया और भुगतान की शर्तें

किराया कब देना है, कितना देना है और अगर देर हो जाए तो क्या होगा—ये सभी बातें एग्रीमेंट में लिखी होनी चाहिए.

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तत्वविवरण
मासिक किरायाकितना देना है और किस तारीख तक
सुरक्षा जमाकितने महीने का एडवांस और कब लौटाया जाएगा
देर से भुगतानजुर्माना या पेनल्टी की शर्तें
भुगतान का तरीकानकद, ऑनलाइन या चेक
अन्य शुल्करखरखाव, बिजली-पानी आदि के खर्च कौन उठाएगा

मकान मालिक और किरायेदार की जिम्मेदारियाँ

रेंट एग्रीमेंट में दोनों पक्षों की जिम्मेदारियों का जिक्र जरूरी है ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो.

  • रखरखाव और मरम्मत: कौन छोटी और कौन बड़ी मरम्मत करेगा.
  • बिजली और पानी के बिल: किसके जिम्मे होंगे.
  • संपत्ति का उपयोग: किरायेदार घर का उपयोग कैसे कर सकता है, जैसे– व्यावसायिक उपयोग की अनुमति है या नहीं.
  • बीमा की स्थिति: घर या उसमें रखे सामान का बीमा है या नहीं.

किरायेदारी की समाप्ति की शर्तें

कई बार किरायेदारी के बीच में कानूनी कारणों या आपसी सहमति से समझौता तोड़ा जाता है, जिसके लिए स्पष्ट शर्तें होना आवश्यक है.

  • मकान मालिक द्वारा समाप्ति: किराया न देना, संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, या अवैध गतिविधि करने पर.
  • किरायेदार द्वारा समाप्ति: असुविधाजनक माहौल, किराए में अनुचित वृद्धि, या अन्य निजी कारण.
  • नोटिस अवधि: दोनों पक्षों के लिए समान होनी चाहिए.
  • सुरक्षा जमा की वापसी: मरम्मत या क्षतिपूर्ति की कटौती के बाद.

कानूनी अधिकार और विवाद समाधान

तत्वविवरण
कानूनी अधिकारकिरायेदार को जबरन नहीं निकाला जा सकता जब तक नोटिस न दिया जाए.
विवाद समाधानमध्यस्थता, लोक अदालत या सिविल कोर्ट में केस
उल्लंघन पर कार्रवाईजुर्माना, निष्कासन या कानूनी नोटिस
संपर्क जानकारीमकान मालिक का वैध नाम, पता और फोन नंबर होना अनिवार्य

विशेष शर्तें जो रेंट एग्रीमेंट में हो सकती हैं

कुछ विशेष स्थितियों के लिए रेंट एग्रीमेंट में अलग से शर्तें जोड़ी जाती हैं, जैसे–

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  • पालतू जानवर रखने की अनुमति
  • संपत्ति में बदलाव या रंग-रोगन की शर्तें
  • सह-भोगियों की अनुमति (room sharing)
  • ध्वनि स्तर और शांति का पालन
  • सुरक्षा व्यवस्था जैसे– गेट, कैमरे आदि का उपयोग

किरायेदारी के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

  • किसी भी मौखिक वादे को लिखित रूप में एग्रीमेंट में शामिल कराएं.
  • रेंट एग्रीमेंट की प्रत्येक लाइन ध्यान से पढ़ें.
  • यदि किसी बिंदु पर शंका हो, तो कानूनी सलाह अवश्य लें.
  • एग्रीमेंट की एक कॉपी सुरक्षित रखें.
  • रेंट एग्रीमेंट का रजिस्ट्रेशन कराना बेहतर होता है. खासकर जब अवधि एक वर्ष से अधिक हो.

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