Burj Khalifa Electricity: बुर्ज खलीफा को लेकर लोगों में उत्सुकता सिर्फ इसकी ऊंचाई या खूबसूरती तक सीमित नहीं है. दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के रोज़मर्रा के खर्चे भी उतने ही हैरान करने वाले हैं जितनी इसकी ऊंचाई. हर दिन हजारों लोग इसमें घूमने आते हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस गगनचुंबी इमारत में बिजली और पानी की कितनी विशाल खपत होती है.
दुबई की सरकारी संस्था DEWA करती है बिजली सप्लाई
बुर्ज खलीफा में बिजली की सप्लाई Dubai Electricity and Water Authority (DEWA) के जरिए होती है. इस संस्था ने इमारत के लिए एक बेहद सटीक और आधुनिक बिजली वितरण नेटवर्क तैयार किया है. इसमें हजारों किलोमीटर लंबी केबलिंग की गई है जो इमारत के हर फ्लोर तक ऊर्जा पहुंचाने का काम करती है.
स्मार्ट बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम करता है मॉनिटरिंग
बुर्ज खलीफा सिर्फ ऊंची इमारत ही नहीं बल्कि एक स्मार्ट बिल्डिंग भी है. यहां Building Management System (BMS) के जरिये हर फ्लोर की लाइटिंग, एयर कंडीशनिंग, वॉटर हीटिंग और सभी इलेक्ट्रिकल लोड पर नजर रखी जाती है. जैसे ही किसी फ्लोर पर खपत अधिक होती है. सिस्टम उसे बैलेंस करने के लिए स्वतः कार्य करता है. जिससे अनावश्यक बिजली खर्च को रोका जा सके.
हर दिन की बिजली खपत: 50 मिलियन वोल्ट-एंपियर
बुर्ज खलीफा में पीक टाइम पर हर दिन करीब 50 मिलियन वोल्ट-एंपियर (VA) तक की बिजली की खपत होती है. अगर इसे आसान भाषा में समझें तो यह इतनी बिजली होती है कि एक साथ 5 लाख 100 वॉट के बल्ब जलाए जा सकते हैं. यानी ये एक पूरा शहर चलाने जितनी बिजली का खर्च हर दिन अकेले बुर्ज खलीफा करता है.
बिजली बिल की कीमत चौंकाने वाली
इतनी बिजली खर्च होने पर इसका रोजाना का बिल करीब 50 लाख रुपये बैठता है. यानी महीने में सिर्फ बिजली पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं. ये आंकड़ा ही बताता है कि इस इमारत की मेंटेनेंस कितनी महंगी और तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण है.
पानी की खपत भी है बेहद ज्यादा
बुर्ज खलीफा में हर दिन करीब 9.46 लाख लीटर पानी का उपयोग होता है. इस पानी का इस्तेमाल फ्लशिंग, कूलिंग सिस्टम, हैंड वॉश, सफाई और अन्य जरूरतों के लिए किया जाता है. इतनी पानी की खपत किसी छोटे कस्बे के पूरे दिन की जरूरत के बराबर है.
सोलर पैनल से होती है बिजली की बचत
बुर्ज खलीफा की छत पर सोलर पैनल्स लगाए गए हैं, जो हर दिन करीब 1.4 लाख लीटर पानी गर्म करने में सक्षम हैं. इस प्रक्रिया से प्रतिदिन लगभग 3,200 किलोवाट बिजली की बचत होती है, जो कई छोटे फ्लैट्स या अपार्टमेंट्स की दैनिक बिजली जरूरत को पूरा करने जितनी है. इससे साफ है कि इमारत के डिज़ाइन में सस्टेनेबिलिटी और एनर्जी सेविंग को भी ध्यान में रखा गया है.
हर सुविधा में तकनीक का कमाल
बुर्ज खलीफा के लिफ्ट, एयर कंडीशनिंग सिस्टम, सुरक्षात्मक रोशनी और हाई-स्पीड इंटरनेट सभी ऊर्जा-कुशल तकनीकों से संचालित होते हैं. इस इमारत में कुल 57 लिफ्ट हैं जो हर वक्त किसी न किसी फ्लोर पर आवाजाही में लगी रहती हैं और ये सभी बिजली से ही चलती हैं.
रख-रखाव की जटिलता भी किसी मिशन से कम नहीं
इतनी बड़ी इमारत को चलाना एक मिशन की तरह होता है. बिजली और पानी की खपत के साथ-साथ यहां की सफाई, सुरक्षात्मक व्यवस्था और मरम्मत कार्य भी अत्यधिक योजनाबद्ध ढंग से होते हैं. हर सेक्शन में अलग-अलग मेंटेनेंस टीमें नियुक्त हैं, जो 24 घंटे काम करती हैं.