AC Gas Refilling: गर्मी का मौसम शुरू होते ही AC का इस्तेमाल तेज़ हो जाता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि AC चालू करने के बाद भी कमरा ठंडा नहीं होता. ऐसे में सबसे पहली आशंका गैस लीक (AC Gas Leak) की आती है. गैस की कमी या लीकिंग से AC की कूलिंग पर सीधा असर पड़ता है.
गैस लीक क्यों होती है और कैसे पता चले?
AC में गैस लीक होना एक आम समस्या है और इसके कई कारण हो सकते हैं — जैसे पाइप में क्रैक आ जाना जोड़ों से गैस का रिसाव या फिर लंबे समय तक मेंटेनेंस न होना.
गैस लीक के लक्षण:
- AC चलने के बावजूद कमरा ठंडा नहीं होता
- कंप्रेसर बार-बार ऑन-ऑफ होता है
- AC यूनिट से अजीब सी आवाजें आती हैं
- बिजली बिल में अचानक बढ़ोतरी होती है
- इनडोर यूनिट के पास नमी या बर्फ जम जाती है
अगर आपको इन संकेतों में से कोई भी दिखे तो समझिए कि गैस लीक की संभावना है.
कितनी गैस डलती है 1.5 टन AC में?
Urban Company और अन्य एक्सपर्ट्स के मुताबिक 1.5 Ton के स्प्लिट या विंडो AC में सामान्यत: 1.5 किलोग्राम से 2 किलोग्राम तक गैस डाली जाती है. गैस की सही मात्रा इस पर निर्भर करती है कि:
- एसी किस ब्रांड का है
- कंप्रेसर और पाइप की लंबाई कितनी है
- पहले से कितनी गैस बची है
इसलिए गैस रीफिल करवाते समय टेक्नीशियन से सही मात्रा की जांच करवा लेना जरूरी है.
कौन-कौन सी गैस डाली जाती है AC में?
AC में इस्तेमाल होने वाली गैस मुख्य रूप से तीन प्रकार की होती है:
- R22 गैस:
पुराने AC मॉडल में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल हुआ करता था. लेकिन यह पर्यावरण के लिए हानिकारक मानी जाती है. इसलिए अब इसका उपयोग कम हो गया है. - R32 गैस:
नई टेक्नोलॉजी वाला गैस जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित है और ऊर्जा दक्षता भी बेहतर है. फिलहाल यही सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रही गैस है. - R410A गैस:
यह भी एक नया और इको-फ्रेंडली विकल्प है जो हाई-कूलिंग और लो एनर्जी यूसेज के लिए उपयुक्त है.
ध्यान दें: जिस गैस का पहले आपके एसी में उपयोग हुआ है उसी प्रकार की गैस दोबारा भरवाना जरूरी होता है.
गैस रीफिल का खर्च कितना आता है?
Urban Company के अनुसार 1.5 टन AC में गैस रीफिल करवाने का खर्च ₹2500 तक आता है. लेकिन यदि आप सर्विस सेंटर के बजाय किसी लोकल दुकान से गैस भरवाते हैं तो यह ₹1500 से ₹3000 के बीच हो सकता है. अलग-अलग शहरों और राज्यों में यह कीमत थोड़ा अलग हो सकती है.
गैस भरवाने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
- रिसाव ढूंढें और ठीक करवाएं: केवल गैस भरवाना काफी नहीं है पहले लीक की जगह ढूंढकर उसे ठीक कराना जरूरी है.
- एक्सपर्ट टेक्नीशियन से काम कराएं: गैस रीफिल एक तकनीकी काम है गलत व्यक्ति से कराने पर AC को नुकसान हो सकता है.
- रिकॉर्ड रखें: किस गैस का कितना वजन डाला गया है इसका रसीद या विवरण रखें ताकि अगली बार का अंदाजा रहे.
गैस लीक से बचाव के टिप्स
- हर साल सीजन की शुरुआत में AC की सर्विसिंग जरूर कराएं
- इनडोर और आउटडोर यूनिट की सफाई करें
- पाइप और जोड़ों की जांच समय-समय पर करवाते रहें
- खराब गुणवत्ता के इंस्टॉलेशन से बचें
नया AC खरीदते समय गैस टाइप पर दें ध्यान
अगर आप नया AC खरीद रहे हैं तो देखें कि उसमें R32 या R410A जैसी नई टेक्नोलॉजी वाली गैस डली हो. ये गैसें न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं बल्कि AC की कार्यक्षमता और बिजली बचत में भी अहम भूमिका निभाती हैं.