School Summer Vacation 2025: हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन स्कूलों के लिए गर्मी की छुट्टियों का नया शेड्यूल जारी कर दिया है. पहले जहां छुट्टियां 22 जून से शुरू होती थीं, वहीं अब यह 1 जून से 30 जून तक लगाई जाएंगी. इस बार छुट्टियों की अवधि को पूरे 30 दिन तक बढ़ा दिया गया है.
इन उपमंडलों के स्कूलों में लागू होगा नया नियम
गर्मी की छुट्टियों के इस नए शेड्यूल में उपमंडल नालागढ़, फतेहपुर, नगरोटा सूरियां, इंदौरा, पांवटा साहिब, काला अंब और जिला ऊना के स्कूल शामिल हैं. वर्ष 2025 से इन इलाकों के स्कूलों में छुट्टियां अब नए कैलेंडर के अनुसार होंगी.
मानसून, फेस्टिवल और विंटर छुट्टियों में भी हुआ बदलाव
- मानसून वेकेशन: पहले 22 जून से 29 जुलाई तक होता था, अब 3 अगस्त से 12 अगस्त तक रहेगा.
- फेस्टिवल वेकेशन: दो दिन दिवाली से पहले और दो दिन दिवाली के बाद छुट्टियां दी जाएंगी.
- विंटर वेकेशन: पहले लोहड़ी के आसपास मिलती थी, अब 1 जनवरी से 8 जनवरी तक कुल 8 दिन की होंगी.
कुल 52 छुट्टियों का मिलेगा लाभ
ग्रीष्मकालीन स्कूलों के छात्रों को इस साल गर्मी, मानसून, विंटर और फेस्टिवल को मिलाकर कुल 52 छुट्टियां मिलेंगी. इस बदलाव से छात्रों और शिक्षकों दोनों को राहत मिलेगी.
ट्राइबल और विंटर क्लोजिंग स्कूलों में अलग रहेगा शेड्यूल
किन्नौर, लाहौल-स्पीति, पांगी, भरमौर और कुल्लू जिलों के विंटर क्लोजिंग स्कूलों के लिए छुट्टियों का शेड्यूल अलग रहेगा:
- इन जिलों में 1 जनवरी से 11 फरवरी तक सर्दी की छुट्टियां होंगी.
- मानसून की छुट्टियां अब 12 जुलाई से 12 अगस्त तक 32 दिन की होंगी.
- गर्मी की छुट्टियां 1 जून से 8 जून तक 8 दिन की रहेंगी.
- कुल्लू में 1 से 14 जनवरी तक विंटर छुट्टियां और 20 जुलाई से 12 अगस्त तक मानसून अवकाश रहेगा.
शिक्षा विभाग का बयान: नया कैलेंडर छात्रों के हित में
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सोम लाल धीमान के अनुसार “गर्मी की छुट्टियां इस बार 1 जून से शुरू होंगी. मानसून, फेस्टिवल और विंटर की छुट्टियां अलग से निर्धारित की गई हैं. नया शेड्यूल छात्रों और शिक्षकों के हित में है.”
शिक्षक संघ ने भी किया बदलाव का स्वागत
हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ के महासचिव शशि सैनी ने कहा “यह बदलाव लंबे समय से शिक्षक संघ की मांग रही है. नया शेड्यूल छात्र-शिक्षक दोनों के लिए राहत देने वाला है. अगर समयसारिणी से जुड़ी मांगों पर भी ध्यान दिया गया तो शिक्षा व्यवस्था और बेहतर हो सकती है.”