Haryana Water Crisis: हरियाणा के कई जिलों में नहरों में पानी की कमी के चलते जलघरों का संचालन ठप होता जा रहा है. इससे पीने के पानी की व्यवस्था चरमरा गई है और लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.
इन जिलों में सबसे ज्यादा गंभीर है स्थिति
हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, रोहतक और जींद जैसे जिलों में पेयजल संकट दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग टैंकरों से पानी मंगवाने पर मजबूर हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है.
टोहाना के 150 गांवों में 5 दिनों से नहीं आया पानी
नहरों की नगरी कहे जाने वाले टोहाना के लगभग 150 गांव पिछले 5 दिनों से पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं. स्थिति इतनी खराब हो गई है कि महिलाओं को पीने का पानी भरने के लिए 3 से 4 किलोमीटर तक पैदल जाना पड़ रहा है.
टैंकरों से बढ़ा खर्च, ग्रामीण परेशान
पानी की आपूर्ति न होने के कारण लोगों को प्राइवेट टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में महंगे साबित हो रहे हैं. महंगाई के इस दौर में पानी जैसी बुनियादी जरूरत पर बढ़ता खर्च लोगों की जेब पर सीधा असर डाल रहा है.
अधिकारियों ने कहा- समाधान की कोशिश जारी
विभागीय अधिकारियों ने दावा किया है कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसके तहत:
- ट्यूबवेल चलाने का समय बढ़ाया जा रहा है
- वैकल्पिक जल स्रोतों को सक्रिय किया जा रहा है
- ग्रामीण क्षेत्रों में राहत पहुंचाने की योजना पर काम हो रहा है
स्थायी समाधान की मांग कर रहे ग्रामीण
लोगों की मांग है कि सिर्फ अस्थायी उपायों से काम नहीं चलेगा. प्रशासन को चाहिए कि जल संरक्षण और वितरण व्यवस्था को लेकर दीर्घकालीन रणनीति बनाए. ताकि भविष्य में ऐसे संकट की पुनरावृत्ति न हो.