Ujjwal Drishti Yojana 2025: हरियाणा सरकार 11 जुलाई से प्रदेश में ‘उज्जवल दृष्टि योजना’ की शुरुआत कर रही है। इस योजना का उद्देश्य है राज्य के नागरिकों, विशेष रूप से बुजुर्गों और स्कूली बच्चों की आंखों की रोशनी की जांच करना और जरूरतमंदों को निशुल्क चश्मा उपलब्ध कराना। इस योजना की औपचारिक शुरुआत हिसार के गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय (GJU) से प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव करेंगी। यह पहल स्वास्थ्य विभाग की उज्जवल दृष्टि हरियाणा अभियान के तहत शुरू की गई है।
नागरिक अस्पताल में तैयारियां पूरी, 7000 चश्मे पहुंचाए गए
योजना को सफल बनाने के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में पहले से ही 7000 चश्मों की व्यवस्था की जा चुकी है। अब तक 100 लोगों की प्राथमिक स्क्रीनिंग भी पूरी हो चुकी है, जिसमें आंखों की जांच कर यह तय किया गया कि किसे चश्मे की आवश्यकता है।
बुजुर्गों और बच्चों दोनों को मिलेगा लाभ
उज्जवल दृष्टि योजना केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है। इसमें स्कूल जाने वाले बच्चों को भी शामिल किया गया है। यदि जांच के दौरान किसी बच्चे को दृष्टि दोष (eye problem) पाया जाता है, तो उसे भी मुफ्त चश्मा उपलब्ध कराया जाएगा।
डॉक्टर विजय कुमार की जानकारी
नागरिक अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विजय कुमार के अनुसार योजना के तहत 45 से 60 वर्ष के नागरिकों और बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों को शामिल किया गया है और इन स्कूलों में विशेष स्क्रीनिंग शिविर भी लगाए जा रहे हैं।
स्कूलों और अस्पतालों में लगेंगे विशेष शिविर
योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए नेत्र जांच शिविर स्कूलों के साथ-साथ स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और नागरिक अस्पतालों में भी लगाए जाएंगे। जिन नागरिकों को चश्मे की आवश्यकता होगी, उन्हें तुरंत और मुफ्त में चश्मा प्रदान किया जाएगा।
हिसार की सीएमओ डॉ. सपना गहलावत की घोषणा
हिसार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. सपना गहलावत ने जानकारी दी कि योजना की शुरुआत 11 जुलाई 2025 से होगी, जिसमें 40 वर्ष से ऊपर के नागरिकों की आंखों की जांच के बाद निशुल्क चश्मों का वितरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि GJU में होने वाले उद्घाटन समारोह के दौरान स्वास्थ्य मंत्री आरती राव कुछ स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को प्रतीकात्मक रूप से चश्मे सौंपेंगी।
उज्जवल दृष्टि योजना का मुख्य उद्देश्य
- आंखों की देखभाल को प्राथमिकता देना
- नागरिकों को दृष्टि दोष से होने वाले जोखिमों से बचाना
- स्वास्थ्य सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना
- बिना किसी शुल्क के चश्मा वितरण करना
किन्हें मिलेगा योजना का लाभ?
- हरियाणा के 40 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिक
- स्कूल जाने वाले बच्चे, जिनकी आंखों में कमजोरी पाई जाए
- जांच शिविरों में भाग लेने वाले सभी पात्र नागरिक
योजना का सामाजिक असर
यह योजना ना केवल राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करेगी, बल्कि स्कूल के बच्चों की पढ़ाई और बुजुर्गों की जीवनशैली को भी बेहतर बनाएगी। आँखों की कमजोरी कई बार शिक्षा और रोजमर्रा की जिंदगी में रुकावट बनती है, और मुफ्त चश्मा वितरण से यह समस्या काफी हद तक हल होगी।