Haryana Weather Update: हरियाणा में मौसम ने तेजी से करवट ली है. बुधवार को छह जिलों में बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं गुरुवार को 17 जिलों में वर्षा की संभावना जताई गई है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक प्री-मानसून गतिविधियां सक्रिय होने वाली हैं, जो प्रदेश में झमाझम बारिश का कारण बन सकती हैं.
प्री-मानसून 19 जून के आसपास सक्रिय होने के संकेत
मौसम विज्ञानियों ने पहले ही 19 जून के आसपास प्री-मानसून एक्टिव होने की संभावना जताई थी. अब उनके पूर्वानुमान के मुताबिक राज्य में अगले कुछ दिनों में मानसून भी प्रवेश कर सकता है. वायुमंडलीय नमी में वृद्धि और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य के कई हिस्सों में बारिश हो रही है. जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.
किन जिलों में हुई बारिश?
बुधवार को भिवानी, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, नूंह, सोनीपत और पंचकूला में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में राज्य के अन्य जिलों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है. जिससे मानसून की एंट्री का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है.
किसानों के लिए अच्छी खबर
इस बार उम्मीद की जा रही है कि मानसून की बारिश सामान्य से अधिक हो सकती है. ऐसे में किसानों को फसल उत्पादन में अच्छी वृद्धि की उम्मीद है. प्री-मानसून वर्षा खेती की शुरुआत और मिट्टी की नमी के लिए भी जरूरी मानी जाती है.
45 डिग्री तापमान और बिजली कटौती से त्रस्त थे लोग
बीते एक सप्ताह में प्रदेश में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिए. कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया था. ऊपर से बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया. बढ़ती गर्मी के चलते बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. 13 जून को प्रदेश में 13,452 मेगावाट बिजली की मांग दर्ज की गई. जबकि उसी दिन खपत 2819.34 लाख यूनिट रही.
अघोषित बिजली कटौती से हाहाकार
बिजली की इस मांग और सप्लाई में असंतुलन के चलते कई जगह अघोषित बिजली कटौती करनी पड़ी. कुछ जिलों में 90 लाख यूनिट तक की बिजली कटौती हुई. जिससे आमजन को रातभर बिना पंखे और कूलर के सोना पड़ा. हालांकि पिछले दो दिनों से हुई बारिश ने तापमान में गिरावट लाकर बिजली की मांग को कुछ हद तक नियंत्रित किया है.
बिजली संकट की मार से थोड़ा संतुलन
तेज बारिश से तापमान में कमी आई. जिससे एसी, कूलर, पंखों की खपत कम हुई है. इससे बिजली कंपनियों को भी राहत मिली है और कटौती की स्थिति में थोड़ा सुधार देखा गया है. हालांकि स्थिति अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुई है. लेकिन बारिश से कुछ दिन राहत जरूर मिल सकती है.
क्या आगे भी बनी रहेगी राहत?
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है. इसके साथ ही बिजली मांग में संतुलन बना रहेगा तो कटौती की स्थिति में और सुधार संभव है. राज्य सरकार और बिजली विभाग ने भी लोगों से बिजली की बचत करने की अपील की है ताकि संकट की स्थिति को टाला जा सके.