Gold Rate Today: आज मंगलवार 22 अप्रैल 2025 को देशभर के सर्राफा बाजारों में सोने के दामों में भारी तेजी देखने को मिली है. 22 कैरेट सोने की कीमत पहली बार 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गई है. वहीं 24 कैरेट सोना 98,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर कारोबार कर रहा है. बीते दिन की तुलना में आज सोने की कीमतों में लगभग 1,000 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
चांदी ने फिर छुआ ₹1 लाख का आंकड़ा
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी तेजी का रुख देखा गया है. 22 अप्रैल को चांदी के भाव में 300 रुपये की बढ़त हुई है और इसका दाम 1,01,100 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. त्योहारों और शादी-विवाह के सीजन के चलते चांदी की डिमांड में तेजी आई है जो इसके रेट को ऊपर ले जा रही है.
दिल्ली मुंबई और अन्य बड़े शहरों में सोने के ताजा भाव
देश के प्रमुख शहरों में आज सोने की कीमत इस प्रकार रही:
शहर का नाम | 22 कैरेट (₹/10g) | 24 कैरेट (₹/10g) |
---|---|---|
दिल्ली | 90,310 | 98,510 |
मुंबई | 90,160 | 98,360 |
चेन्नई | 90,160 | 98,360 |
कोलकाता | 90,160 | 98,360 |
जयपुर | 90,310 | 98,510 |
लखनऊ | 90,310 | 98,510 |
नोएडा | 90,310 | 98,510 |
गाजियाबाद | 90,310 | 98,510 |
बंगलुरु | 90,160 | 98,360 |
पटना | 90,160 | 98,360 |
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि उत्तर भारत के शहरों में सोना थोड़ा महंगा बिक रहा है जबकि दक्षिण भारत में दाम तुलनात्मक रूप से थोड़े कम हैं.
क्या वजह है सोने की कीमतों में भारी उछाल की?
वर्तमान में सोने की कीमतों में उछाल का सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता टैरिफ युद्ध है. दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव और करों की बढ़ती दरों के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में निवेशक सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने की ओर रुख कर रहे हैं. इससे डिमांड बढ़ी है और कीमतों में उछाल आया है.
जानकारों का मानना है कि यदि यह स्थिति बनी रही तो आने वाले 6 महीनों में सोने का भाव 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है. हालांकि यदि परिस्थितियां सामान्य होती हैं तो कीमतें 75,000 रुपये के आसपास स्थिर रह सकती हैं.
जानिए कैसे तय होते हैं सोने-चांदी के दाम
भारत में सोने की कीमत कई बातों पर निर्भर करती है:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव
- रुपये और डॉलर की विनिमय दर
- सरकारी टैक्स और आयात शुल्क
- स्थानीय डिमांड और सप्लाई
सोने की कीमत रोजाना इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा तय की जाती है जो कि देशभर के प्रमुख सर्राफा व्यापारियों की औसत दर पर आधारित होती है.
त्योहारों और शादी के सीजन में बढ़ी मांग
अभी देश में अक्षय तृतीया और विवाह सीजन का दौर चल रहा है. ऐसे समय में सोने की मांग परंपरागत रूप से बढ़ जाती है. कई लोग अक्षय तृतीया को शुभ मानकर सोने की खरीदारी करते हैं जिससे बाजार में डिमांड बढ़ती है और इसके दाम भी चढ़ जाते हैं.
निवेश के लिहाज से भी सोना बना मजबूत विकल्प
महंगाई वैश्विक अनिश्चितताओं और शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस समय सोने में निवेश करना लॉन्ग टर्म के लिए फायदेमंद हो सकता है खासकर तब जब अंतरराष्ट्रीय तनाव बढ़ते रहें.
क्या अभी सोना खरीदना सही रहेगा?
यदि आप परंपरागत खरीदारी जैसे शादी त्योहार या गहनों के लिए सोना खरीदना चाहते हैं तो यह समय थोड़ी ऊंची कीमतों के बावजूद उचित माना जा सकता है. वहीं निवेश के नजरिए से भी एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने की कीमतें भविष्य में और ऊपर जा सकती हैं इसलिए धीरे-धीरे निवेश करना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है.