Gold Price Today: सोमवार 20 मई 2025 को सर्राफा बाजार में एक बार फिर सोने और चांदी की कीमतों में तेज गिरावट दर्ज की गई है. 24 कैरेट सोना ₹727 सस्ता होकर ₹93058 प्रति 10 ग्राम के भाव से खुला. वहीं, चांदी की कीमत ₹801 घटकर ₹94954 प्रति किलो हो गई है.
ये रेट इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा दोपहर 12 बजे के करीब जारी किए गए हैं. इसमें जीएसटी शामिल नहीं है. ध्यान देने योग्य बात है कि आपके शहर में रेट में ₹1000 से ₹2000 तक का अंतर हो सकता है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बाजार में उथल-पुथल
6 मई की रात भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से सोना-चांदी के दामों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है.
- 7 मई को सोना ₹99493 और चांदी ₹96133 प्रति किलो पर खुली थी.
- अब तक सोना ₹4435 और चांदी ₹1179 सस्ती हो चुकी है.
इन दिनों बाजार में निवेशकों की ओर से सतर्कता बरती जा रही है. जिसका सीधा असर बुलियन ट्रेडिंग पर दिखाई दे रहा है.
GST जोड़ने के बाद क्या हैं रेट?
अगर आप बाजार में सोना या चांदी खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको 3% जीएसटी जोड़कर कीमत चुकानी होगी.
- GST के साथ 24 कैरेट सोना ₹95849 प्रति 10 ग्राम
- चांदी ₹97802 प्रति किलो पर बिक रही है.
गौरतलब है कि सोना अपने ऑल टाइम हाई ₹99100 (22 अप्रैल 2025) से अब ₹6042 सस्ता हो चुका है.
अलग-अलग कैरेट में सोने के रेट में भी गिरावट
IBJA द्वारा जारी विभिन्न कैरेट में सोने के भाव:
- 23 कैरेट सोना ₹724 घटकर ₹92685 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना ₹666 गिरकर ₹85241 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना ₹545 सस्ता होकर ₹70339 प्रति 10 ग्राम
- 14 कैरेट सोना ₹425 गिरकर ₹54439 प्रति 10 ग्राम
इन आंकड़ों से साफ है कि सभी कैरेट के सोने में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है.
साल 2025 में अब तक कितनी बढ़ चुकी है कीमत?
भले ही हाल के दिनों में दाम गिरे हों. लेकिन वर्ष 2025 की शुरुआत से अब तक सोने और चांदी में बड़ी तेजी देखने को मिली है.
- 31 दिसंबर 2024 को सोना ₹76045 प्रति 10 ग्राम से खुला था.
- अब तक सोना ₹17318 और चांदी ₹8937 महंगी हो चुकी है.
- 2024 के आखिरी दिन सोना ₹75740 पर बंद हुआ था. जबकि चांदी ₹86017 प्रति किलो पर बंद हुई थी.
इससे साफ है कि लंबी अवधि में बुलियन बाजार अब भी फायदे में है. लेकिन शॉर्ट टर्म में निवेशकों को सतर्क रहना होगा.
आगे क्या रह सकती है कीमतों की दिशा?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तनाव और डिमांड में गिरावट जारी रही, तो सोने और चांदी की कीमतें और लुढ़क सकती हैं. वहीं शादी-विवाह के मौसम में मांग बढ़ने पर भाव में फिर से तेजी भी आ सकती है. बाजार में निवेश से पहले हमेशा ताज़ा रेट और रुझानों की जानकारी लेना जरूरी है.