Gold Rate Today: शुक्रवार 30 मई 2025 को सोने की कीमतों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले दिन की तुलना में 24 कैरेट सोना 400 रुपये और 22 कैरेट सोना लगभग 350 रुपये महंगा हुआ है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और अन्य प्रमुख शहरों में गोल्ड के दामों में तेजी देखी गई. इसके साथ ही चांदी के दाम भी 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए.
आज के भाव में तेज बढ़त
सोने की कीमतें शुक्रवार को हरे निशान पर खुलीं. देश के बड़े शहरों में सोने के दाम इस प्रकार रहे:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 89,350 | 97,460 |
चेन्नई | 89,200 | 97,310 |
मुंबई | 89,200 | 97,310 |
कोलकाता | 89,200 | 97,460 |
जयपुर | 89,350 | 97,460 |
नोएडा | 89,350 | 97,460 |
गाजियाबाद | 89,350 | 97,460 |
लखनऊ | 89,350 | 97,460 |
बंगलुरु | 89,200 | 97,310 |
पटना | 89,200 | 97,310 |
मुंबई, चेन्नई और पटना जैसे शहरों में सोने की कीमतों में लगभग 380 रुपये की बढ़त दर्ज की गई है.
चांदी भी पहुंची 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर
आज शुक्रवार को चांदी की कीमत भी बढ़कर 99,900 रुपये प्रति किलो हो गई है. शादी-ब्याह और उत्सवों के सीजन को देखते हुए सोने-चांदी की मांग में इज़ाफा लगातार बना हुआ है.
क्यों चढ़ते हैं सोने के दाम?
वैश्विक अस्थिरता, आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोरी सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले बड़े कारणों में शामिल हैं. जब दुनिया में युद्ध, मंदी या भू-राजनीतिक तनाव जैसी परिस्थितियां बनती हैं, तो निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प मानते हैं. इसके अलावा:
- ब्याज दरों में कटौती,
- मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी,
- और रुपये की गिरावट भी सोने के दाम बढ़ने में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
इन सभी कारकों से सोने की मांग में इज़ाफा होता है. जिससे इसकी कीमतें ऊपर जाती हैं.
भारत में कैसे तय होते हैं सोने के भाव?
भारत में सोने के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमत,
रुपये-डॉलर के एक्सचेंज रेट,
सरकारी टैक्स,
और स्थानीय मांग और आपूर्ति पर निर्भर करते हैं.
त्योहार, शादी के मौसम और निवेश के बढ़ते रुझान के चलते देश में सोने की मांग पारंपरिक रूप से ऊंची रहती है. यही वजह है कि कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात बन गई है.
निवेशकों के लिए यह समय क्यों खास?
सोने की बढ़ती कीमतें यह संकेत देती हैं कि बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है. ऐसे में जिन निवेशकों का रुझान सुरक्षित संपत्तियों की ओर है. उनके लिए यह एक अवसर हो सकता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि वैश्विक परिस्थितियां और अधिक बिगड़ती हैं, तो आने वाले समय में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं.