Electricity Bill Reduce: आजकल अधिकतर लोग बिजली की बचत को लेकर जागरूक हैं. वे बेवजह पंखे, लाइट्स या अन्य उपकरण बंद रखते हैं ताकि बिजली का बिल कम आए. लेकिन अक्सर लोग एक आम गलती कर बैठते हैं. जिसकी वजह से हर महीने बिजली का बिल बढ़ता चला जाता है.
चार्जर प्लग में लगाकर छोड़ना बन सकता है खर्चीली आदत
हम में से कई लोग मोबाइल या लैपटॉप चार्ज करने के बाद भी चार्जर को प्लग में लगाए रखते हैं. जब चार्जर स्विच ऑन हालत में बोर्ड से जुड़ा होता है, तो भले ही उससे कोई डिवाइस चार्ज न हो रहा हो, फिर भी बिजली की खपत होती रहती है. इसे फैंटम लोड या आइडल पावर कंजम्प्शन कहते हैं, जो बिजली बिल में जोड़कर आता है.
फास्ट चार्जर से बढ़ती है बिजली की खपत
आजकल लोग फास्ट चार्जिंग वाले चार्जर का ज्यादा उपयोग करते हैं. ये चार्जर जल्दी चार्ज करने के साथ-साथ ज्यादा बिजली भी खींचते हैं. अगर आप इन्हें इस्तेमाल के बाद भी स्विच ऑन करके छोड़ देते हैं, तो आपके बिना किसी उपयोग के भी 0.1 से 0.4 यूनिट तक बिजली की खपत हो सकती है.
प्लग में लगे अन्य डिवाइस भी कर रहे हैं बिजली खर्च
सिर्फ चार्जर ही नहीं कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जो स्विच ऑन स्थिति में प्लग में जुड़ा है. लेकिन उपयोग में नहीं है. वह बिजली खपत करता है. टीवी, मिक्सर, कंप्यूटर, वॉशिंग मशीन जैसे उपकरणों में यह फैंटम पावर लॉस और ज्यादा हो सकता है.
कैसे करें बिजली बिल में कटौती?
- जरूरत हो तो मल्टी प्लग में ऑन-ऑफ स्विच वाला इस्तेमाल करें, ताकि एक साथ सबको बंद किया जा सके.
- चार्जिंग खत्म होने के तुरंत बाद चार्जर को प्लग से निकालें.
- फास्ट चार्जिंग के स्थान पर नॉर्मल चार्जिंग का विकल्प चुनें, जब तक आवश्यक न हो.
- अनावश्यक रूप से कोई भी उपकरण प्लग में न छोड़ें.