Milk Price Hike: छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ ने देवभोग ब्रांड के दूध की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इस फैसले के तहत अब राज्य में देवभोग दूध 56 रुपये की जगह 58 रुपये प्रति लीटर में मिलेगा. यह नया मूल्य 20 मई 2025 से पूरे छत्तीसगढ़ में लागू हो गया है. इससे पहले अमूल और मदर डेयरी जैसे राष्ट्रीय ब्रांड भी दूध की कीमतों में बढ़ोतरी कर चुके हैं.
बढ़ती लागत ने बढ़ाए दाम
दुग्ध महासंघ के अनुसार, यह निर्णय उत्पादन लागत और पशु आहार की बढ़ती कीमतों के चलते लिया गया है. दूध उत्पादन से जुड़े किसानों पर महंगाई का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते दूध की आपूर्ति बनाए रखने के लिए मूल्य संशोधन आवश्यक हो गया था. पशु चारा, बिजली, रख-रखाव और ट्रांसपोर्ट जैसी लागतों में बढ़ोतरी के कारण सहकारी संघ के पास दूध की कीमत बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
20 मई से लागू हुए नए रेट
देवभोग दूध के नए रेट 20 मई 2025 से लागू कर दिए गए हैं. अब उपभोक्ताओं को हर लीटर दूध पर 2 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे. इससे पहले देवभोग दूध ₹56 प्रति लीटर में मिलता था. लेकिन अब यह ₹58 प्रति लीटर हो गया है. यह बदलाव सभी जिलों और वितरण केंद्रों पर एकसमान लागू होगा.
महंगाई की मार से घरेलू बजट और कमजोर
दूध उन आवश्यक खाद्य वस्तुओं में शामिल है जो हर घर की रोजमर्रा की जरूरत होती है. अब जब दूध की कीमत में सीधे-सीधे वृद्धि हो रही है, तो इसका सीधा असर घर के बजट पर पड़ेगा. खासकर मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के परिवारों के लिए यह बढ़ोतरी परेशानी का कारण बन सकती है.
पहले भी बढ़ चुके हैं दूसरे ब्रांड के रेट
इससे पहले भी अमूल, मदर डेयरी और अन्य निजी डेयरी कंपनियां दूध की कीमतें बढ़ा चुकी हैं. अब छत्तीसगढ़ की प्रमुख सहकारी ब्रांड देवभोग ने भी यही कदम उठाया है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आने वाले समय में ईंधन और पशु आहार की कीमतें यूं ही बढ़ती रहीं, तो दूध की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.
डेयरी संघ का तर्क – किसानों को देना होगा न्याय
छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ का कहना है कि मूल्य वृद्धि का उद्देश्य केवल उपभोक्ताओं से अधिक पैसा लेना नहीं है, बल्कि दुग्ध उत्पादकों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य दिलाना है. अगर किसानों को उचित मूल्य नहीं मिलेगा, तो दूध उत्पादन घट सकता है. जिससे आने वाले समय में आपूर्ति संकट भी उत्पन्न हो सकता है.