Haryana New Road: हरियाणा से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. अब पीरागढ़ी चौक से टिकरी बॉर्डर तक का 13.2 किलोमीटर लंबा दिल्ली-रोहतक रोड हिस्सा जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंप दिया जाएगा. दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
केंद्र सरकार से भी मिली हरी झंडी
इस प्रस्ताव को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का सैद्धांतिक समर्थन भी मिल चुका है. इस कदम का उद्देश्य है कि इस सड़क को विश्व स्तरीय राजमार्ग के रूप में विकसित किया जा सके जिससे यात्रियों को तेज सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव मिल सके.
सफर होगा अब ज्यादा आसान
NHAI के तहत आने के बाद इस मार्ग का पुनर्विकास राष्ट्रीय राजमार्ग मानकों के अनुसार किया जाएगा. इससे हरियाणा और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी. यात्रियों को बेहतर सड़क सुविधाएं कम ट्रैफिक जाम और अधिक सुरक्षा मिलेगी.
पीरागढ़ी से टिकरी बॉर्डर तक नहीं रहेंगे ये संकट
यह सड़क दिल्ली के व्यस्ततम रिंग रोड में से एक है जिससे रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं. अक्सर देखा गया है कि बारिश के मौसम में सड़क पर पानी भर जाता है जिससे गड्ढे और ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होती है. अब इस ट्रांसफर के बाद इन समस्याओं का समाधान संभव हो सकेगा.
PWD मंत्री की ओर से मिली मंजूरी
दिल्ली के PWD मंत्री की ओर से इस 13.2 किमी हिस्से को NHAI को ट्रांसफर करने की आधिकारिक मंजूरी दी जा चुकी है. अब अगला कदम है इसे संघ सरकार की निगरानी में हाईवे के रूप में पुनर्निर्माण कराना ताकि यह हिस्सा टिकरी बॉर्डर से लेकर पीरागढ़ी चौक तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान कर सके.
रिंग रोड और नगलोई मेट्रो के यात्री होंगे सबसे ज्यादा लाभान्वित
नंगलोई मेट्रो स्टेशन से टिकरी बॉर्डर को जोड़ने वाला यह मार्ग यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. अब तक यहां जाम और खराब सड़क की वजह से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती थी. लेकिन अब इस सड़क के हाईवे बनने के बाद यहां का सफर न सिर्फ तेज होगा बल्कि हर मौसम में सुविधा जनक भी रहेगा.
दिल्ली-हरियाणा व्यापार और ट्रैफिक को मिलेगा बड़ा फायदा
यह सड़क दिल्ली और हरियाणा के बीच व्यापारिक आवाजाही का भी एक मुख्य रूट है. NHAI के अंतर्गत आने के बाद यहां लॉजिस्टिक्स सार्वजनिक परिवहन और निजी वाहनों को बढ़िया इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा. इससे सामान के परिवहन की गति बढ़ेगी और समय की बचत भी होगी.