Delhi Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र में देश की सबसे चौड़ी दो समानांतर टनल के निर्माण कार्य को अब रफ्तार मिल चुकी है. खुदाई कार्य पूर्ण होने के बाद अब इसमें सड़क निर्माण, सुरक्षा और तकनीकी सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं.
टनल में शामिल होंगे चार-चार लेन और कट एंड कवर तकनीक
इस परियोजना में दोनों टनल की कुल लंबाई 4.9 किमी है. जिसमें 3.3 किमी टनल पूरी तरह पहाड़ के अंदर से गुजरती है जबकि 1.6 किमी हिस्सा ‘कट एंड कवर’ तकनीक से बनाया जा रहा है. हर टनल में चार-चार लेन होंगे जो एक्सप्रेसवे को निर्बाध बनाएंगे.
कठिन परिस्थितियों के बीच पूरी हुई खुदाई
कच्चे पत्थर और जलधाराओं की उपस्थिति के कारण खुदाई कार्य में देरी हुई. लेकिन निर्माण एजेंसी ने सुरक्षा और मजबूती को प्राथमिकता देते हुए कार्य को पूरा किया. पहले टनल जनवरी 2024 तक पूरी होनी थी. लेकिन अब इसका निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
130 किमी कम होगी दिल्ली-मुंबई की दूरी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है और इसके पूरा होने से दोनों शहरों की दूरी 130 किमी कम हो जाएगी. इससे यात्रा का समय घटकर 12 घंटे रह जाएगा और यात्री स्मार्ट, तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव ले सकेंगे.
विश्वस्तरीय तकनीक से लैस होगी दरा टनल
इस टनल में एआई आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम, वेंटिलेशन, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी एग्जिट, एफएम रेडियो फ्रीक्वेंसी, मोबाइल नेटवर्क बूस्टर और विशेष लाइटिंग जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं. जिससे वाहन चालकों को विश्वस्तरीय सफर का अनुभव मिलेगा.
निर्माण लागत और तकनीकी आंकड़े
- कुल निर्माण लागत: ₹1,000 करोड़
- कुल लंबाई: 4.9 किमी
- टनल हिस्सा: 3.3 किमी
- कट एंड कवर हिस्सा: 1.6 किमी
- चौड़ाई: 38 मीटर (प्रत्येक सुरंग 19 मीटर)
- ऊंचाई: 11 मीटर
- निर्माण पूर्णता लक्ष्य: दिसंबर 2025
मिशन मोड में तेजी से हो रहा है टनल निर्माण
टनल की खुदाई पूरी होते ही सड़क निर्माण, कट एंड कवर और तकनीकी विकास का कार्य तेजी से चल रहा है. परियोजना निदेशक संदीप अग्रवाल के अनुसार इसे वर्ष के अंत तक लक्ष्यबद्ध रूप से पूर्ण करने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है.