CNG Price Hike: कानपुर समेत उत्तर भारत के कई शहरों में सीएनजी (Compressed Natural Gas) के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी की गई है. अब वाहन चालकों को सीएनजी के लिए 96 रुपये नहीं, बल्कि 97 रुपये प्रति किलोग्राम चुकाने होंगे. यह नई दरें बुधवार-गुरुवार आधी रात से लागू हो गई हैं.
इस फैसले का सीधा असर सीएनजी से चलने वाले वाहनों पर पड़ेगा. कानपुर शहर में लगभग 70 हजार वाहन ऐसे हैं, जो सीएनजी पर चलते हैं, जिनमें टैक्सी, ऑटो, बस और निजी कारें शामिल हैं. यह कीमतें अब आम जनता की जेब पर भारी पड़ने वाली हैं.
एलपीजी के बाद अब सीएनजी भी हुई महंगी
सीएनजी की कीमत बढ़ने से पहले ही एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. यानी ईंधन के हर विकल्प पर अब महंगाई की मार पड़ रही है. खासकर उन लोगों के लिए, जिन्होंने पेट्रोल-डीजल की महंगाई से बचने के लिए सीएनजी को चुना था. अब उनके लिए भी राहत कम होती जा रही है.
क्यों बढ़ी सीएनजी की कीमत?
सीयूजीएल (Central UP Gas Limited) के वरिष्ठ प्रबंधक मुही खान के अनुसार इस बार सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव को बताया जा रहा है. उनके मुताबिक नवंबर 2024 के बाद यह पहला मौका है जब सीएनजी की कीमतों में इजाफा हुआ है. हालांकि यह इजाफा सिर्फ एक रुपये प्रति किलो का है. लेकिन बड़ी संख्या में वाहन चालकों और व्यापारियों के लिए यह बोझ बढ़ाने वाला है.
आंकड़ों से समझिए सीएनजी की खपत और उपयोग
कानपुर शहर में सीएनजी की खपत और उपयोग का आंकड़ा खुद बता रहा है कि यह बढ़ोतरी कितनी बड़ी है:
- 70,000 वाहन सीएनजी से संचालित होते हैं
- 92,000 किलोग्राम प्रतिदिन की औसत खपत है
- 55 पंपों पर 220 डिस्पेंसर के जरिए होती है आपूर्ति
इससे साफ है कि एक रुपये की बढ़ोतरी रोजाना हजारों किलोमीटर सफर करने वाले लोगों पर भारी असर डालेगी. खासकर ऑटो और टैक्सी चालकों की आमदनी पर इसका सीधा असर होगा, जो पहले ही मुनाफे की मार्जिन में जी रहे हैं.
पेट्रोल और डीजल के मुकाबले कहां खड़ी है सीएनजी
वर्तमान में कानपुर में ईंधन के रेट कुछ इस प्रकार हैं:
- सीएनजी: ₹97 प्रति किलोग्राम
- पेट्रोल: ₹94.49 प्रति लीटर
- डीजल: ₹87.55 प्रति लीटर
इन आंकड़ों से यह साफ दिखता है कि सीएनजी की कीमत पेट्रोल से भी ऊपर पहुंच गई है, जो पहले एक सस्ता विकल्प माना जाता था. हालांकि प्रति किलोग्राम और प्रति लीटर का तुलनात्मक विश्लेषण अलग होता है. फिर भी अब अंतर बहुत कम रह गया है.
दो सालों में किस तरह बदलती रही सीएनजी की कीमतें
पिछले दो वर्षों में सीएनजी के दामों में जो उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं. वे महंगाई की कहानी खुद बयां करते हैं:
तारीख | कीमत (₹ प्रति किलोग्राम) |
---|---|
16 अप्रैल 2025 | 97 रुपये |
19 नवंबर 2024 | 96 रुपये |
13 जून 2024 | 94 रुपये |
7 मार्च 2024 | 91.75 रुपये |
22 नवंबर 2023 | 94.25 रुपये |
4 अक्टूबर 2023 | 92.90 रुपये |
6 जुलाई 2023 | 94 रुपये |
11 अप्रैल 2023 | 92 रुपये |
8 अप्रैल 2023 | 94.50 रुपये |
इन आंकड़ों से पता चलता है कि सीएनजी की कीमत लगातार ऊपर-नीचे होती रही है. लेकिन कुल मिलाकर बढ़ती ही गई है.
ऑटो-टैक्सी चालकों पर सीधा असर, बढ़ सकते हैं किराए
सीएनजी के दाम में एक रुपये की बढ़ोतरी के बाद ऑटो और टैक्सी यूनियनों की ओर से किराए बढ़ाने की मांग उठ सकती है. कई चालकों का कहना है कि:
“दैनिक कमाई पहले से ही कम है. ऊपर से ईंधन महंगा हो रहा है. किराया नहीं बढ़ाया गया तो घर चलाना मुश्किल हो जाएगा.”
अगर यह स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में सार्वजनिक परिवहन का किराया बढ़ना तय है. जिसका बोझ सीधे आम लोगों पर पड़ेगा.
निजी वाहन चालक भी हो रहे हैं परेशान
सिर्फ पेशेवर वाहन चालक ही नहीं. बल्कि वे लोग भी अब परेशान हैं जो निजी कार में सीएनजी का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें अब हर 10 किलोमीटर पर अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है. इसके अलावा जिन लोगों ने पेट्रोल-डीजल से बचने के लिए सीएनजी कार खरीदी थी. उनकी ईएमआई और ईंधन दोनों पर असर बढ़ रहा है.