School Timings Changed: राजस्थान इस समय भीषण गर्मी और हीटवेव के प्रकोप से जूझ रहा है. प्रदेश के कई जिलों में तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. इन हालातों में आमजन खासकर स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हनुमानगढ़ जिले में भी रविवार को दिनभर गर्म हवाएं चलती रहीं. जिससे सड़कों पर सन्नाटा छा गया. गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से स्कूलों और आंगनबाड़ियों के समय में बदलाव कर दिया है.
स्कूलों का नया समय
हनुमानगढ़ जिले में अब तक स्कूलों का संचालन सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक किया जा रहा था. लेकिन जिला कलेक्टर कानाराम के निर्देश के बाद अब यह समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक कर दिया गया है. यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है और अगले आदेश तक जारी रहेगा. इस निर्णय से बच्चों को दोपहर की तपती धूप से बचाया जा सकेगा और वे सुबह के अपेक्षाकृत ठंडे समय में पढ़ाई पूरी कर सकेंगे.
जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर समेत कई जिलों में भी बदला स्कूल टाइम
हनुमानगढ़ के अलावा जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, डीडवाना-कुचामन, श्रीगंगानगर और ब्यावर जैसे जिलों में भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों का समय बदला गया है. सभी जगह अब स्कूल सुबह जल्दी शुरू होकर दोपहर से पहले बंद किए जा रहे हैं. इससे यह उम्मीद है कि बच्चों को हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचाया जा सकेगा.
आंगनबाड़ियों का समय मे भी किया गया बदलाव
प्रशासन ने न सिर्फ स्कूलों बल्कि आंगनबाड़ी केंद्रों के समय में भी बदलाव किया है. अब आंगनबाड़ी केंद्र सुबह 7 बजे से 11 बजे तक ही संचालित होंगे. इस निर्णय से 3 से 6 वर्ष तक के छोटे बच्चों को गर्मी में बाहर आने-जाने से बचाया जा सकेगा. साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी गर्मी में काम करने से राहत मिलेगी.
हीटवेव से निपटने के लिए जारी की गई एडवाइजरी
जिला प्रशासन की ओर से संबंधित सभी विभागों को हीटवेव से निपटने के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है. इसमें आमजन से कहा गया है कि:
- दोपहर 12 से 3 बजे तक घर से निकलने से बचें
- हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें
- शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
- बाहर जाते समय सिर को ढकें – टोपी, गमछा या छाता का उपयोग करें
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें
- बाहर का तला-भुना और खुला खाना न खाएं
यह निर्देश न सिर्फ आमजन की सुरक्षा के लिए हैं. बल्कि स्कूल प्रशासन और अभिभावकों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं ताकि वे बच्चों को सुरक्षित रख सकें.
हीटवेव का असर स्वास्थ्य पर
गर्मी का असर केवल असहजता तक सीमित नहीं है. यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक भी हो सकता है. अधिक तापमान के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, लू लगना, सिरदर्द, थकान, उल्टी और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय रहते बचाव के उपाय नहीं किए गए, तो यह लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए.
प्रशासनिक तैयारी से मिलेगा राहत का रास्ता
जिला कलेक्टर कानाराम द्वारा समय पर लिया गया स्कूल टाइम बदलने का निर्णय सराहनीय है. इससे न सिर्फ बच्चों को राहत मिलेगी. बल्कि अभिभावकों को भी यह भरोसा मिलेगा कि प्रशासन जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहा है. अन्य जिलों में भी इसी तरह के निर्णय लेकर राज्य भर में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.