Govt Office New Timings: दिल्ली के सरकारी और एमसीडी कर्मचारियों के लिए एक अहम खबर सामने आई है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सरकार और नगर निगम (MCD) में काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी के समय में बदलाव का आदेश जारी किया है. यह बदलाव प्रदूषण में आई कमी को ध्यान में रखते हुए किया गया है और इसका मकसद सामान्य स्थिति की ओर वापसी करना है.
अब दिल्ली सरकार के कर्मचारी 9:30 बजे करेंगे रिपोर्ट
नई व्यवस्था के तहत दिल्ली सरकार के अधिकारी जो पहले सुबह 10:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक काम करते थे. अब उन्हें सुबह 9:30 बजे रिपोर्ट करना होगा और कार्यदिवस शाम 6:00 बजे समाप्त होगा. इस परिवर्तन से कर्मचारियों को आधा घंटा पहले आना होगा. लेकिन घर भी आधा घंटा पहले लौटने का अवसर मिलेगा.
MCD कर्मचारियों की ड्यूटी का समय भी बदला गया
दिल्ली नगर निगम (MCD) के कर्मचारी जो पहले सुबह 8:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक काम करते थे. अब उन्हें सुबह 9:00 बजे आना होगा और कार्यदिवस शाम 5:30 बजे समाप्त होगा.
इस बदलाव से MCD कर्मियों को भी आने-जाने में कुछ राहत मिलेगी और ट्रैफिक के समय में भी संतुलन बना रहेगा.
क्यों बदली गई थी पहले टाइमिंग?
यह बदलाव ऐसे समय में किया गया है जब दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर नियंत्रण में आ गया है. गौरतलब है कि 18 नवंबर 2024 को जब दिल्ली में प्रदूषण अपने चरम पर था. तब एलजी कार्यालय ने आदेश जारी कर सरकारी कार्यालयों की टाइमिंग में बदलाव किया था ताकि सुबह और शाम के पीक ट्रैफिक के समय भीड़ कम की जा सके और लोगों को जहरीली हवा से कुछ राहत मिल सके.
प्रदूषण के चलते बार-बार बदलनी पड़ती है सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग
दिल्ली में हर साल ठंड के मौसम में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन जाता है. पिछले वर्ष भी आम आदमी पार्टी सरकार ने अपने स्तर पर ऑफिस टाइमिंग बदली थी. तब एमसीडी के दफ्तरों का समय सुबह 8:30 से शाम 5:00 बजे, केंद्र सरकार के दफ्तरों का समय सुबह 9:00 से शाम 5:30 बजे और दिल्ली सरकार के दफ्तरों का समय सुबह 10:00 से शाम 6:30 बजे कर दिया गया था. इन बदलावों का उद्देश्य केवल कर्मचारियों की सेहत को बचाना ही नहीं. बल्कि शहर की ट्रैफिक और प्रदूषण पर भी नियंत्रण करना था.
इस बार क्यों लिया गया बदलाव का फैसला?
एलजी ऑफिस द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार अब दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) पहले की तुलना में बेहतर स्तर पर पहुंच गया है. इसलिए अब पुरानी व्यवस्था को फिर से लागू किया जा रहा है.
यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. सभी विभागों को नई टाइमिंग के अनुसार कामकाज की योजना बनाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं.
कर्मचारियों पर क्या होगा असर?
नई टाइमिंग से सरकारी कर्मचारियों की दिनचर्या में हल्का बदलाव जरूर आएगा. लेकिन इससे उन्हें फायदा ही होगा.
- सुबह जल्दी ऑफिस पहुंचने से ट्रैफिक का दबाव कम महसूस होगा.
- शाम को जल्दी घर लौटने का मौका मिलेगा. जिससे पारिवारिक समय बढ़ेगा.
- गर्मियों में सुबह की ठंडक में सफर करना भी आसान होगा.
- लंबे समय से चली आ रही अस्थायी व्यवस्था खत्म होगी और कार्यालयों में कार्यक्षमता बढ़ेगी.
प्रशासनिक व्यवस्था में संतुलन लाने की कोशिश
समय में बदलाव न केवल कर्मचारियों की सुविधा के लिए है. बल्कि इससे सरकारी विभागों के प्रदर्शन और सेवाओं की निरंतरता में भी सुधार होगा. नियमित समय पर कामकाज शुरू और खत्म होने से जनता को भी समय पर सेवाएं मिलेंगी. इस फैसले से यह संकेत भी मिलता है कि अब दिल्ली प्रशासन प्रदूषण की आपात स्थिति से निकलकर सामान्य संचालन की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
क्या आगे फिर से होगा समय में बदलाव?
दिल्ली जैसे मेट्रो शहर में वायु प्रदूषण एक मौसमी समस्या बन चुका है. अक्टूबर से जनवरी के बीच आमतौर पर AQI खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है. ऐसे में यदि फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, तो यह संभावना बनी रहेगी कि सरकार फिर से ड्यूटी के समय में बदलाव करे. अभी के लिए यह बदलाव कर्मचारियों और नागरिकों दोनों के लिए राहत का संकेत है.