School Holiday: छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक अहम कदम उठाते हुए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है. यह अभियान खासतौर पर स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों के बाहर छुट्टी के समय होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए शुरू किया गया है. पुलिस कमिश्नर ने साफ निर्देश दिए हैं कि छात्राओं के साथ किसी भी तरह की अभद्रता या छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
एसीपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में तैनात होंगी टीमें
छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने मजबूत रणनीति अपनाई है. इस अभियान के तहत 3 एसीपी रैंक के अधिकारियों की अगुवाई में 21 पुलिस टीमें गठित की गई हैं. ये टीमें स्कूलों, कॉलेजों और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर छुट्टी के समय तैनात रहेंगी. इन पुलिस टीमों का मुख्य कार्य छुट्टी के समय निगरानी रखना, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना और जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करना है. इससे छात्राओं और उनके अभिभावकों में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी.
नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी होगी सख्त कार्रवाई
पुलिस का यह विशेष अभियान सिर्फ छेड़छाड़ रोकने तक सीमित नहीं है. बल्कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. अभियान के पहले दिन ही पुलिस ने 436 चालान काटे और 9 वाहनों को जब्त किया. गलत तरीके से वाहन पार्क करने, तेज गति से गाड़ी चलाने, बिना हेलमेट या बिना दस्तावेज वाहन चलाने जैसे मामलों में तुरंत कार्रवाई की जा रही है. इसका मकसद है कि स्कूल-कॉलेजों के आसपास का माहौल पूरी तरह सुरक्षित और अनुशासित रहे.
लगातार मिल रही थीं शिकायतें
पुलिस को लगातार अभिभावकों और आम नागरिकों से शिकायतें मिल रही थीं कि स्कूलों और कॉलेजों के बाहर छुट्टी के समय कुछ असामाजिक तत्व छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करते हैं, फब्तियां कसते हैं या फिर बेमतलब गाड़ियों से हॉर्न बजाते और रेस मारते हैं. इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रशासन ने यह विशेष अभियान शुरू किया है. ताकि ऐसे तत्वों पर नकेल कसी जा सके और छात्राओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके.
तुरंत होगी कानूनी कार्रवाई
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी छात्रा के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. दोषियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इसके अलावा ऐसे व्यक्तियों का रिकॉर्ड भी तैयार किया जाएगा ताकि भविष्य में भी उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.
सुरक्षा को लेकर बढ़ेगा विश्वास
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था बनाए रखना नहीं है. बल्कि छात्राओं और महिलाओं में सुरक्षा का विश्वास पैदा करना भी है. स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों के माता-पिता भी इस पहल से संतुष्ट हैं. उनका कहना है कि इससे उनकी बेटियों को सुरक्षित माहौल मिलेगा और वे बेखौफ होकर पढ़ाई कर सकेंगी.
जनजागरूकता अभियान भी चलेगा
पुलिस प्रशासन ने यह भी तय किया है कि इस अभियान के साथ-साथ एक जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा. इसके तहत स्कूलों और कॉलेजों में जाकर छात्राओं को उनके अधिकारों, आत्मरक्षा तकनीकों और पुलिस से मदद लेने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जाएगा. युवाओं को भी जिम्मेदारी का एहसास कराया जाएगा कि वे सड़क पर अनुशासन का पालन करें और महिलाओं का सम्मान करें.
छेड़छाड़ के मामलों में तुरंत करें शिकायत
पुलिस ने छात्राओं और महिलाओं से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़, अभद्रता या असुरक्षित स्थिति का सामना करना पड़े, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर, महिला हेल्प डेस्क और नजदीकी थाने में तुरंत संपर्क किया जा सकता है. तेज कार्रवाई और सख्त सजा से ही ऐसे अपराधियों पर लगाम लगाई जा सकती है.