Public Holiday: हर साल ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए गुड फ्राइडे एक बहुत ही भावनात्मक और पवित्र दिन होता है. यह दिन यीशु मसीह के क्रूस पर चढ़ने और उनके बलिदान की स्मृति में मनाया जाता है. 18 अप्रैल 2025 को यह पर्व मनाया जाएगा और इसी दिन पूरे भारत में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है. ईसा मसीह ने मानवता के कल्याण के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था. इसी त्याग को श्रद्धांजलि देने के लिए यह दिन विशेष रूप से याद किया जाता है.
तीन दिन का लंबा वीकेंड
इस वर्ष गुड फ्राइडे शुक्रवार को पड़ रहा है उसके बाद शनिवार (19 अप्रैल) और फिर रविवार (20 अप्रैल) को ईस्टर संडे मनाया जाएगा. यानी लोगों को 18 से 20 अप्रैल तक लगातार तीन दिन की छुट्टी मिलने जा रही है. यह लंबा वीकेंड उन लोगों के लिए खास बन सकता है जो अपने परिवार के साथ समय बिताना चाहते हैं या फिर कहीं घूमने की योजना बना रहे हैं.
देशभर के स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद
गुड फ्राइडे के अवसर पर देशभर के अधिकांश राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. विशेष रूप से केरल गोवा तमिलनाडु और पूर्वोत्तर राज्यों में इस छुट्टी को व्यापक रूप से मनाया जाता है. कई निजी स्कूल भी इस दिन अवकाश घोषित करते हैं जिससे छात्रों को भी राहत मिलती है. हालांकि छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे छुट्टी को लेकर अपने संस्थान से पूर्व पुष्टि जरूर कर लें.
बैंक और स्टॉक मार्केट पर पड़ेगा असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की छुट्टियों की सूची के अनुसार 18 अप्रैल को देशभर में सभी बैंक बंद रहेंगे. बैंकिंग कार्य जैसे चेक क्लीयरेंस नकद जमा निकासी या अन्य लेन-देन सेवाएं उपलब्ध नहीं होंगी. साथ ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में भी कोई ट्रेडिंग नहीं होगी. वित्तीय संस्थानों और कॉर्पोरेट दफ्तरों में भी कामकाज ठप रहेगा इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बैंक से जुड़ा जरूरी काम 17 अप्रैल तक निपटा लें.
सरकारी कार्यालयों में अवकाश लेकिन जरूरी सेवाएं रहेंगी चालू
गुड फ्राइडे के दिन केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकांश कार्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है. लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं पुलिस दमकल विभाग और अन्य आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह चालू रहेंगी. यानी किसी भी जरूरी स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है. जरूरी सेवाएं पूरी तत्परता से काम करती रहेंगी ताकि आम नागरिकों को कोई असुविधा न हो.
धार्मिक महत्व: चर्चों में होंगे विशेष आयोजन
गुड फ्राइडे ईसाई धर्म के लिए गहन धार्मिक आस्था का दिन होता है. इस दिन देशभर के चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं जुलूस और उपवास का आयोजन किया जाता है. लोग यीशु मसीह के बलिदान को याद करते हैं और आत्मचिंतन करते हैं. इस दिन चर्चों में मौन प्रार्थना बाइबिल पाठ और यीशु के अंतिम शब्दों का स्मरण किया जाता है. यह दिन न केवल ईसाई समुदाय बल्कि हर धर्म के लोगों के लिए शांति और समर्पण का संदेश लेकर आता है.
ईस्टर संडे पर होता है पुनरुत्थान का उत्सव
गुड फ्राइडे के दो दिन बाद यानी 20 अप्रैल 2025 को ईस्टर संडे मनाया जाएगा. इस दिन को यीशु मसीह के पुनरुत्थान (Resurrection) की खुशी में बड़े उत्साह से मनाया जाता है. ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को जीवन उम्मीद और नई शुरुआत का प्रतीक मानते हैं. इस अवसर पर चर्चों में विशेष अनुष्ठान होते हैं और समाज में प्रेम भाईचारे और सकारात्मकता का संदेश फैलाया जाता है.