Weather Updates: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों के लिए अगले कुछ दिनों में तेज बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार, देश के पूर्वोत्तर, पूर्वी, दक्षिणी और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में मौसम बहुत अस्थिर रहने की संभावना है.
इस बदलाव के पीछे चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) और ट्रफ लाइनों की सक्रियता मुख्य कारण मानी जा रही है. जो अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग रूपों में असर दिखा सकती है.
पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाएं
मौसम विभाग ने 18 से 23 अप्रैल के बीच असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश के लिए मौसम संबंधी चेतावनी जारी की है. इन राज्यों में गर्जन के साथ भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं. जिसकी गति 40-60 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.
पूर्वोत्तर भारत के लिए यह एक सामान्य बात हो सकती है. लेकिन इस बार ये गतिविधियां थोड़ी तीव्र और लंबी अवधि की होंगी. जिससे भूस्खलन, बिजली कटौती और यातायात प्रभावित हो सकते हैं.
पूर्वी भारत में भी सतर्कता जरूरी
पश्चिम बंगाल और बिहार में भी मौसम विभाग ने 18 अप्रैल को तेज बारिश और तूफान की चेतावनी दी है. बिहार के कई जिलों में हवाएं 50-70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती हैं.
यह तेज हवाएं फसलों, विशेष रूप से गेहूं की कटाई के दौरान किसानों को प्रभावित कर सकती हैं. मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसल को सुरक्षित स्थानों पर रखें और बिजली गिरने से बचाव के उपाय करें.
दक्षिण भारत में गरज-चमक के साथ बारिश
केरल और माहे में आने वाले 7 दिनों तक बिजली और बारिश का पूर्वानुमान है. उत्तरी कर्नाटक में 18 अप्रैल को तूफानी हवाएं चल सकती हैं. जिनकी रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है.
दक्षिण भारत में यह मौसमी बदलाव स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों में रहें.
उत्तर भारत पहाड़ों में ओले, मैदानों में धूल भरी आंधी
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 18 और 19 अप्रैल को ओलावृष्टि और तेज हवाओं की संभावना है. वहीं राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई गई है.
राजस्थान के कुछ हिस्सों में 18 अप्रैल को हीटवेव (गर्मी की लहर) की स्थिति भी बनी रह सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है. मौसम विभाग ने लोगों को धूप से बचने, पानी अधिक पीने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है.
उत्तराखंड में राज्य आपदा विभाग का अलर्ट
उत्तराखंड में राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने खराब मौसम को लेकर 18 से 20 अप्रैल तक अलर्ट जारी किया है. इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि, तेज हवाएं (30-70 किमी/घंटा) और बारिश की आशंका है.
राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों को लागू करने के निर्देश दिए हैं. खासतौर पर पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना को देखते हुए लोगों से आग्रह किया गया है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें.
उत्तर प्रदेश कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
उत्तर प्रदेश में 18 अप्रैल से अगले तीन दिनों तक मौसम बिगड़ सकता है. मौसम विभाग ने जौनपुर, प्रतापगढ़, अमेठी, आजमगढ़, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, अयोध्या, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा और बाराबंकी में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चलने की चेतावनी दी है.
इसके अलावा, पांच जिलों में ओलावृष्टि की संभावना भी जताई गई है. यह स्थिति फसलों और बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा सकती है. साथ ही दिन और रात के तापमान में गिरावट भी दर्ज की जा सकती है.
महाराष्ट्र, गुजरात और मराठवाड़ा में गर्मी और उमस
मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 18 से 21 अप्रैल तक गर्मी और उमस भरे मौसम की संभावना है. लोगों को धूप में अधिक समय न बिताने और पानी की अधिक खपत करने की सलाह दी गई है.
गुजरात में अगले 3 दिनों में तापमान में गिरावट हो सकती है. लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने के आसार हैं. इस क्षेत्र के लिए यह एक सामान्य मौसमी बदलाव है. लेकिन हीट स्ट्रोक और लू से बचने के लिए सावधानी जरूरी है.