UP Expressway Update: उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य बन गया है जहां चौतरफा हिस्सों को जोड़ने के लिए हाईटेक एक्सप्रेसवे (Highway Development in Uttar Pradesh) का जाल बिछाया जा रहा है. यहां कुछ ऐसे एक्सप्रेसवे भी तैयार किए जा रहे हैं जिन पर सिर्फ वाहन ही नहीं, फाइटर प्लेन भी लैंड और टेक ऑफ कर सकते हैं. पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर फाइटर जेट्स ने प्रदर्शन किया था और अब यूपी के सबसे लंबे निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे पर भी एयरस्ट्रिप तैयार की जा रही है.
गंगा एक्सप्रेसवे पर बनेगी हाईटेक एयरस्ट्रिप
596 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway Length 596 KM) पर एक अत्याधुनिक एयरस्ट्रिप तैयार की जा रही है. हालांकि अभी एक्सप्रेसवे आम यातायात के लिए पूरी तरह नहीं खोला गया है. यूपी सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे को तय समयसीमा के भीतर पूरा करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं. हरदोई के बिलग्राम, शाहजहांपुर (जलालाबाद) और हापुड़ (गढ़मुक्तेश्वर) में निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया गया है.
गंगा एक्सप्रेसवे से मिलेगी 8 घंटे में मेरठ से प्रयागराज की कनेक्टिविटी
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक फैलेगा और इसकी कुल लंबाई 596 किलोमीटर होगी. इसके चालू हो जाने पर मेरठ से प्रयागराज तक का सफर केवल 8 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. एक्सप्रेसवे को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा के अनुरूप डिजाइन किया गया है. यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए 12 रैम्प टोल प्लाजा भी बनाए जा रहे हैं. जहां बीच में चढ़ने वाली गाड़ियों से टोल वसूला जाएगा.
गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तृत रूट मैप
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ के बिजौली गांव (NH-334) से शुरू होकर प्रयागराज के जूडापुर दादू गांव (NH-19) पर खत्म होगा. मार्ग मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज तक पहुंचेगा. भविष्य में इसे मेरठ से देहरादून और प्रयागराज से मिर्जापुर तक भी विस्तारित करने की योजना है.
शाहजहांपुर के पास बन रही एयरस्ट्रिप
गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर के पास एक 3.5 किलोमीटर लंबी एयरस्ट्रिप (Ganga Expressway Airstrip Shahjahanpur) बनाई जा रही है, जिसे आपातकालीन स्थिति में विमानों और हेलीकॉप्टरों की लैंडिंग के लिए उपयोग में लाया जाएगा. प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 36,000 करोड़ रुपये आंकी गई है. सरकार ने निर्माण एजेंसियों को समयसीमा के भीतर उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे पर एयरशो और नाइट लैंडिंग की तैयारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जलालाबाद, शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने 3.5 किलोमीटर लंबी एयरस्ट्रिप का भी एरियल सर्वे किया. इस एयरस्ट्रिप पर 2 और 3 मई को भव्य एयरशो (Ganga Expressway Air Show 2025) आयोजित किया जाएगा. पहली बार किसी एयरस्ट्रिप पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में नाइट लैंडिंग की योजना बनाई गई है. जो इस प्रोजेक्ट को और खास बना देगी.
कौन बना रहा है गंगा एक्सप्रेसवे?
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण चार अलग-अलग समूहों में हो रहा है. इसमें तीन समूह (ग्रुप 2, 3 और 4) अडानी ग्रुप द्वारा बनाए जा रहे हैं जबकि एक समूह आईआरबी कंपनी (IRB Company Ganga Expressway) द्वारा पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जा रहा है. सरकार ने ग्रुप-1 और ग्रुप-2 के निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताया है जबकि ग्रुप-3 और ग्रुप-4 के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
गंगा एक्सप्रेसवे से राज्य को होंगे बड़े फायदे
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों को जोड़ने का काम करेगा. इस परियोजना का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर में किया था. एक्सप्रेसवे के चालू होने से यातायात सुविधा में जबरदस्त सुधार होगा. इसके अलावा मार्ग के किनारे औद्योगिक इकाइयों, होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट और रियल एस्टेट (Ganga Expressway Industrial Development) के विकास से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी. इससे लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है.